script6 लाख में बस किराए पर कर अपनी जोखिम पर रोमानिया रवाना हुए विद्यार्थी, रूसी सैनिकों से बचने को तिरंगा लगाया | Students left for Romania at their own risk by renting a bus | Patrika News
बगरू

6 लाख में बस किराए पर कर अपनी जोखिम पर रोमानिया रवाना हुए विद्यार्थी, रूसी सैनिकों से बचने को तिरंगा लगाया

लाखों रुपए खर्च कर यूक्रेन छोड़ बसों से रोमानिया जाना पड़ रहा

बगरूFeb 26, 2022 / 11:43 pm

Ramakant dadhich

6 लाख में बस किराए पर कर अपनी जोखिम पर रोमानिया रवाना हुए विद्यार्थी, रूसी सैनिकों से बचने को तिरंगा लगाया

6 लाख में बस किराए पर कर अपनी जोखिम पर रोमानिया रवाना हुए विद्यार्थी, रूसी सैनिकों से बचने को तिरंगा लगाया

कालवाड़. रूस के हमले के बाद यूक्रेन में बिगड़े हालातों में अब भारतीय विद्यार्थियों के लिए ङ्क्षजदगी बचाने का बड़ा संकट पैदा हो गया है। ऐसे में जयपुर के ङ्क्षहगोनियां सहित अन्य क्षेत्र के बड़ी संख्या में एमबीबीएस करने गए विद्यार्थियों को ङ्क्षजदगी बचाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर यूक्रेन छोड़ बसों से रोमानिया जाना पड़ रहा है।
यूक्रेन के ओडिसा शहर में स्थित नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के छात्र ङ्क्षहगोनियां निवासी महेंद्र ढाका और सुरेंद्र लाखराण ने बताया कि रूस के हमले के बाद से वह लगातार यूक्रेन की राजधानी कीव स्थिति भारतीय दूतावास से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा। शनिवार को धमाकों के बीच ङ्क्षजदगी बचाने के लिए ये विद्यार्थी अपने साथियों के साथ 6 लाख रुपए में बस किराए पर कर बचने के लिए ओडेसा से करीब 700 किलोमीटर दूर रोमानिया देश में जाने के लिए रवाना हुए। बेहद ङ्क्षचतित, उदास और ङ्क्षजदगी को सुरक्षित रखने के लिए यह विद्यार्थी अपनी बस पर तिरंगा लगाकर रोमानिया के लिए रवाना हुए जिससे कि रूस की सेना रास्ते में हमले के दौरान उनके देश की पहचान कर सकें और उन पर हमला नहीं हो पाए।
खाना भी मात्र 1-2 दिन का ही बचा
यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए ङ्क्षहगोनियां क्षेत्र के विद्यार्थियों ने मोबाइल पर बताया कि रूस के हमले के बाद जहां वो 2 दिन तक यूनिवर्सिटी के तहखाने में जान बचाने के लिए छुपे रहे। जहां उनको खाना भी मुश्किल से नसीब हुआ। अब वहां विद्यार्थियों के लिए मात्र एक-दो दिन का खाना ही बचा है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन भी हो गया मौन
ङ्क्षहगोनियां निवासी जीतू ढाका ने बताया कि यूक्रेन में पढऩे वाले यहां के विद्यार्थियों ने जब रूस ने वहां हमले की चेतावनी दी थी तब से ही भारतीय दूतावास को अवगत करवा दिया गया था। अब रूस के हमले के बाद इन विद्यार्थियों के लिए संकट पैदा हो गया। हालांकि यूक्रेन के कई इलाकों से भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट करने का कार्य शुरू हो चुका है। उम्मीद है संकट से जल्द मुक्ति मिलेगी।
परिजन बेहद ङ्क्षचतित
ङ्क्षहगोनियां गांव निवासी हनुमान सहाय ढाका, पोखर मल आदि यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गए अपने लाडलों की ङ्क्षजदगी को लेकर बहुत ङ्क्षचतित हैं। परिजन हनुमान सहाय ढाका ने बताया कि सरकार अपने स्तर पर वहां फंसे क्षेत्र के विद्यार्थियों को निकालने पर ध्यान दे । उनका पूरा परिवार भगवान से यह प्रार्थना कर रहा है कि कैसे भी ये विद्यार्थी देश सुरक्षित पहुंच जाएं।
विद्यार्थियों का जीवन दांव पर
यूक्रेन से एमबीबीएस करने गए क्षेत्र के विद्यार्थियों की ङ्क्षजदगी भी अब दांव पर लग गई है और अब उनका शैक्षणिक भविष्य और डॉक्टर बनने का सपना फिलहाल खटाई में पड़ता नजर आ रहा है। कई विद्यार्थियों की तो एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी होने वाली थी तो कई विद्यार्थी अभी प्रथम वर्ष व दूसरे वर्ष में अध्यनरत थे।
रोमानिया में भी भारतीयों के लिए मुश्किलें
यूक्रेन से रोमानिया जा रहे यहां के विद्यार्थियों ने बताया कि वे खतरे पर खेलकर अपने जोखिम पर ङ्क्षजदगी बचाने के लिए रोमानिया जा रहे हैं, लेकिन वहां पहले से ही यूक्रेन के हजारों लोग शरणार्थी के रूप में पहुंच चुके हैं। ऐसे में भारतीयों के लिए वहां भी बड़ी समस्या पैदा होने वाली है।

Home / Bagru / 6 लाख में बस किराए पर कर अपनी जोखिम पर रोमानिया रवाना हुए विद्यार्थी, रूसी सैनिकों से बचने को तिरंगा लगाया

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो