ये हुए घायल
जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे पर तीर्थ यात्रियों से भरी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से मांचवा-शुभरामपुरा गांव निवासी मन्नी देवी, रुड़मल बूरी,चंदराम, भूरी देवी, लालाराम, जगदीश रोलानिया, कैलाश कटारिया, तेजपाल, भैरोंराम, हनुमान रोलानिया, छीतरमल, बरजी देवी, सुरज्ञान, भूरी देवी सहित करीब बीस जने घायल हो गए जिनको बहरोड़ से रैफर कर जयपुर के निजी अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया।
पुलिस ने घायलों को पहुंचाया अस्पताल हाइवे पर मौजूद पुलिस की गश्ती टीम ने घायलों को बाहर निकाला। इसके बाद बहरोड़ के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया। दो की मौके पर मौत हो गई थी। एक घायल ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायलों में से सात की हालत गंभीर बनी हुई है।
सरपंच के नेतृत्व में गए थे तीर्थ यात्रा
मांचवा ग्राम पंचायत के सरपंच रामफूल भावरिया अपनी पंचायत के सभी वार्डों से करीब ९ बसों से वरिष्ठ लोगों को तीर्थ यात्रा पर लेकर गए थे। सभी लोग ने आस्था के अनुसार तीर्थ स्थलों के दर्शन करने के बाद हंसी खुशी के साथ वापस घर लौट रहे थे रास्ते में हादसा हो गया।
हर कोई सकते में दुर्घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हर कोई सकते में आ गया। तीन जनों की मौत के समाचार सुन पूरा गांव गम में डूब गया। बहरोड़ में मृतकों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव दोपहर करीब 12.30 बजे ज्योंही मांचवा के शुभरामपुरा गांव पहुंचे तो परिजन बेहोश हो गए, ग्रामीणों की आंखें नम हो गई। तीनों मृतकों का अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में किया गया। जिसमे बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।