विस्तार में लगेगा समय
विद्यालयों में दूध गर्म करने, बर्तन खरीदन, गैस कनेक्शन लेने व सिलेण्डर भरवाने की राशी आवंटित की गई। लेकिन दो जुलाई तक सभी सुविधाएं उपलब्ध होने की बात करना बेमानी होगा। वहीं योजना के क्रियान्वयन में शिक्षकों को खासी मशक्कत करनी पड़ेेगी। वहीं इसका वितरण करने एवं प्रतिदिन दूध वितरण के हिसाब करने में एक शिक्षक उलझा रहेगा। जिससे शैक्षिक कार्यों पर विपरीत असर पड़ेगा। वहीं शिक्षकों का कहना है कि मामले को लेकर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों या विभाग के मुखिया ने हस्तक्षेप नहीं किया तो योजना की सफलता पर संशय के बादल मंडरा गए हैं;