ताज़ा मामला बहराइच के थाना रामगांव से सामने आया है जहां बीती रात एक गांव में पुलिस टीम ने जमकर तांडव मचाया। महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों किसी को भी नहीं बख्शा गया। अमानवीयता की सारी हदें पार करते हुए जमकर पीटा गया। घटना थाना रामगाव इलाके के मुर्गीहा मोहम्मदपुर गांव का है। पीड़ित ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि शराब के नशे में धुत थानाध्यक्ष ने अपनी टीम के साथ अचानक गांव में धावा बोलकर जमकर उत्पात मचाया है। जिसके विरोध में सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण पुलिस दफ्तर का घेराव कर जमकर नारेबाज की और पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई।
सैकड़ो की भीड़ में नारे लगाते हुये SP आफिस में पहुंचे पीड़ितों में कोई लंगड़ा के चलता नजर आया तो किसी के हाथों में पट्टी बंधी नजर आयी, तो किसी का हाथ सूजा हुआ नजर आया। इनके ज़ख्म थाना रामगाव पुलिस की खुली गुंडई का जीता जागता सबूत पेश कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बीती रात लगभग साढ़े 11 बजे थाना रामगाव एसओ ब्रह्मानन्द सिंह मुर्गीहा गाँव अपनी टीम के साथ अचानक पहुंच गए,पीड़ितों का आरोप है की एसओ सहित सभी पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत्त थे. और थानाध्यक्ष ने गाँव में पहुचते ही बिना प्रकार का सवाल जवाब किये बिना ही सभी ग्रामीणों को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। पुलिस का तांडव शुरू हुआ तो चीख पुकार शुरू हो गई महिलाओं ने भाग कर जान बचाने की कोशिश की तो पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को घसीट के बाहर निकाला और लाठियों से पीटा । बीच बचाव में आगे आये गाँव के बुज़ुर्गों को भी रामगांव थाने के बेरहम पुलिस वालों ने नहीं बख्शा और बर्बरता की सारी हदें पार कर दी। आरोप है की थानाध्यक्ष की के नेतृत्व में पुलिस ने पूरे गाँव में जमकर उत्पात मचाया और सभी ग्रामीणों को धमकाते हुए वापस चले गए।
-पुलिसिया उत्पीड़न का शिकार हुए ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय का घेराव कर अपने ऊपर बीते जुल्म की कहानी चीख चीख कर बयाँ की।लेकिन इस अहम मुद्दे पर किसी भी जिम्मेदार अफसर ने अपनी राय शुमारी देने के बजाय बचते नजर आए।वहीं ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे थाने के उपनिरिक्षक ने भी मामले से अनभिज्ञता जताते हुए कैमरे की नजर से बचते नजर आए