भिनगा में विघ्र हरण मंगलकरण श्रीगणेश जी की शोभायात्रा नगर दर्शन के लिए निकाली गई। यह यात्रा शंकरी सिंह चौराहा व व्यास भवन से होते हुए सब्जी मंडी के पास पहुंची ही थी कि सड़क पर नाला टूटा होने के कारण गजानन की सवारी वहीं रोक दी गई। पूजा समिति का कहना था कि टूटे हुए नाली के मरम्मत के लिए प्रशासन ने पांच दिन पूर्व ही आश्वासन दिया था। इसके बाद भी न तो नाली ठीक कराई गई और न ही रास्ते की सफाई हुई। इसके चलते गंदगी के बीच गजानन की शोभा यात्रा निकालनी पड़ रही है। यहां प्रशासन द्वारा ईंट रख कर किसी तरह गजानन की सवारी को निकाला गया। इसी के बाद डीजे न बजने के कारण गजानन की सवारी तहसील तिराहे पर आकर रुक गई। गणेश पूजा समिति के लोगों की मांग थी कि वर्षों से गाजे बाजे के साथ गणेश जी का विसर्जन होता है, लेकिन इस बार प्रशासन ने डीजे न बजाने की अनुमति दी है। जबकि अन्य कार्यक्रमों में इस समय भी रात दिन डीजे बज रहा है। वहीं ईदगाह तिराहे पर लगभग दो घंटे तक गजानन की सवारी रुकी रही। भिनगा सिरसिया मार्ग अवरुद्ध होने के कारण जाम लग गया। एडीएम प्रशासन द्वारा मौके पर आकर डीजे बजाने की अनुमति दिए जाने के बाद ही गणपति की सवारी को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान नगरवासियों ने जगह-जगह आरती की थाल सजाकर मंगल मूर्ति की आरती उतार सुख और समृद्धि की कामना की।
गणपति की शोभायात्रा के साथ चल रहे भक्त डीजे की धुनों पर रंग अबीर व गुलाल उड़ाते, नाचते गाते ‘गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ’ के गगनभेदी जयकारे लगाते हुए समूचे नगर को गणेश मय बना रहे थे। लंबोदर की शोभायात्रा खैरी मोड़ व कलेक्ट्रेट तिराहा होते हुए देर शाम भिनगा बहराइच मार्ग स्थित बूढ़ी राप्ती के पिपरा पुल पहुंची। जहां श्रद्धालुओं द्वारा विधि विधान पूर्वक पूजन कर अगले वर्ष आने का वचन लेकर गजानन को जलाधिवास कराया। वहीं इकौना सहित जिले के अन्य हिस्सों में भी विसर्जन के लिए गौरीसुत गजानन की शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मूर्ति विसर्जन स्थल तक स्थानीय पुलिस के साथ ही अतिरिक्त पुलिस व पीएसी के जवान साथ साथ चलते रहे। मूर्ति विसर्जन के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।