बहराइच जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र में स्थित चांदपुरा इलाके में व्यापक पैमाने पर संचालित दर्जनों अवैध वधशालाओं के ठिकानों पर सुबह तड़के पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने औचक तरीके से छापेमारी की कार्रवाही की। इसमें बन्धक बनें सैकड़ों मवेशियों को आजाद कराकर पुलिस टीम ने अपने कब्जे में ले लिया और मामले की जांच की कार्वाही चल रही है।
ऐसे हुआ खुलास- बहराइच जिले में आज सुबह तड़के शहर के चाँदपुरा इलाके में वर्षों से संचालित कसाई मंडी में प्रशासन की औचक छापेमारी की कार्रवाही से अफरा तफरी मच गई। भारी तादाद में मौके पर पहुंची पुलिस फ़ोर्स ने आस-पास के घरों में घुस-घुस कर अवैध तरीके से कट रहे पशुओं को जब्त करते हुए 100 से ज़्यादा ज़िंदा पशुओं को बरामद कर लिया। इस कार्रवाही में लगे पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने मौके से कटान किये गए भारी मात्रा में पशुओं के मांस की खेप के साथ जानवरों के कटाने के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले तमाम धारदार औजार व अधकटी हालत में बड़ी तादात में पशुओं के अवशेष भी बरामद किये है। अचानक हुई इस छापेमारी से सभी सकते में हैं। मंडी में रहने वालों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी नोटिस के पुलिस घुस आई और कार्रवाई करने लगी। इस कार्वाही में शामिल नगर पालिका के E.O पवन कुमार ने बताया की अवैध कटान की शिकायत पर जिलाधिकारी के आदेश पर छापेमारी की कारवाही की गयी है। जिसमें करीब 10 दुकानों को मौके पर सीज करते हुए भारी मात्रा में जानवरों के अवशेष सहित सैकड़ों जानवरों को पशुबाड़े में बंधक बनी अवस्था में जप्त किया गया है।
पुलिस की इस कार्रवाई से कई सवाल भी खड़े हो रहे है। जैसे अगर ये मंडी काफी समय से शहरी क्षेत्र में अवैध तरीके से संचालित हो रही थी, तो आखिर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। साथ ही नगर निकाय के चुनाव के समय भी तमाम जिम्मेदरों के ऊपर ये सवाल भी खड़ा हो रहा हैं कि आखिर बिना किसी नोटिस के रातोरात भारी पुलिस बल के साथ औचक रूप से छापेमारी करना लोगों के घरों में कूद कर ज़िंदा जानवरों को अपने कब्जे में ले लेना कहीं चुनाव के दौरान किसी विशेष राजनितिक दल को फायदा पहुंचाना तो नहीं है।