पिता ने की मुलाकात- अपने बेटे से मिलने के लिए पिता रणधीर सिंह जेल पहुंचे। बेटे से मिलकर उन्होंने उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने तकरीबन आधे घंटे तक बेटे से मुलाकात की, फिर वे अपने घर के लिए निकल गए। आपको बता दें कि रंधावा व उनके साथी पर वन विभाग ने मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय पर पेश किया। न्यायालय ने उन्हें रिमांड पर लेते हुए जेल भेज दिया था। ज्योतिंदर अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह के पूर्व पति हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय गोल्फर होने के बावजूद उनके साथ आम कैदियों की तरह ही बर्ताव किया जा रहा है। जेल अधीक्षक अभनेंद्र नाथ त्रिपाठी ने उनके बारे में बताया कि जेल में राष्टीय गोल्फर को आम बैरक संख्या 10 सी में रखा गया है। सुबह छह बजे जेल की बैरक खुलने के बाद उनकी दिनचर्या भी आम लोगों की तरह ही है। उन्हें भी आम कैदियों की तरह रखा गया है। भोजन भी वही मिलता है जो आम बंदियों को दिया जा रहा है।
ये भी पढ़ें- हाईकोर्ट ने लिया बहुत बड़ा फैसला, कुंभ के दौरान नहीं पड़ेगा बंदी का ‘ग्रहण’ ऐसा खुला मामला- कतर्निया जंगल के मोतीपुर वन क्षेत्र के खपरा वन चौकी के समीप जंगल के पास वन विभाग ने एक जापानी गाड़ी इसुज़ू HR 26 DN 4299 को जंगल से गुजरते देखा। संदेह के आधार पर जब वनकर्मियों की टीम ने गाड़ी की तलाशी ली तो गाड़ी में दो शिकारियों को मय असलहा व जंगली जानवरों की खाल के साथ दबोचा गया। पूछताछ में दोनों में एक कि पहचान अंतर्राष्ट्रीय गोल्फर व राष्ट्रीय शूटर ज्योतिंदर सिंह रंधावा पुत्र रणजीत सिंह रंधावा निवासी गुरुग्राम व दूसरे की शिनाख्त पूर्व आर्मी कैप्टन महेश विराजदार पुत्र बिट्टलराव पोस्ट निम्बार्ग जिला सोला, महाराष्ट्र के रूप में हुई।
गाड़ी में मिलीं यह चीजें- गाड़ी की जांच करने पर वन कर्मियों ने एक जानवर की खाल, एक मृत जंगली मुर्गा, .22 राइफल ब्लेसर जर्मनी, तीन खाली कारतूस व 80 जिंदा कारतूस, एक मैगज़ीन, बैनाकूलर एचडी दूरबीन, रेंज फाइंडर, दो मोबाइल, सर्च लाइट टार्च व 36 हजार 6 सौ रूपये बरामद किए।