सांसद सावित्री बाई फुले ने तल्ख अंदाज में अपना बयान जाहिर करते हुए कहा कि बहुजन समाज की लड़ाई लड़ने के लिये व अपने महापुरुषों के सम्मान और संविधान आरक्षण के मुद्दे पर अगर अपनी जान की कुर्बानी देनी पड़े तो मैं इसके लिए हमेशा तैयार हूं। बहुजन समाज के हित व अपने महापुरुषों के सम्मान के खिलाफ किसी कीमत पर समझौता करने को तैयार नहीं। कहा कि मैं सरकार से मांग करती हूं कि लोकसभा में विशेष सत्र बुलाकर दलितों पर हो रही अत्याचार जैसी संगीन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिये और बहुजन समाज के हित के लिये सरकार को आगे आकर चर्चा करनी चाहिए।
सांसद सावित्री बाई फुले ने तल्ख लहजे में कहा कि देश में अम्बेडकर की प्रतिमाओं को तोड़ा जा रहा है। प्रतिमा तोड़ने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मैं बहुजन समाज की बेटी हूं और बहुजन के हित की बात करती हूं, इसलिये मेरी सुनवाई नहीं हो रही।