इसी कड़ी में एक बड़ा मामला बहराइच में सरे राह देखने को मिला। यहां जिलाधिकारी कार्यालय के बगल बने सिविल लाइन पावर हाऊस पर तैनात जूनियर इंजीनियर (जेई) संतोष कुमार व लाइन स्टाफ के जिम्मेदारों ने दफ्तर के सामने लगे 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन पोल पर फाल्ट चेक करने के लिए अंडर ग्राउंड बिजली सप्लाई का काम कर रही संस्था में तैनात मध्य प्रदेश निवासी विनय नाम के बिजली कर्मी को ब्रेक डाउन कर खम्भे पर चढ़ा दिया, फिर क्या था इसी बीच अचानक पोल में सप्लाई चालू कर दी गयी, जिससे पोल पर चढ़ा एमपी निवासी बिजली कर्मी करंट की चपेट में आकर काफी देर तक पोल पर लटका रहा। यह देख मौके पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया।
घटना की जानकारी मिलते ही जेई सहित अन्य विद्युत कर्मी मौके से भाग खड़े हुए। पोल पर झूलते युवक को उतारने के लिये एक विद्युत कर्मचारी ने बहादुरी दिखाते हुए तत्काल सीढ़ी लगाकर उसे नीचे उतारने का प्रयास किया, लेकिन अकेले युवक को पोल से नीचे उतारने के दौरान युवक के भारी वजन रोक नही सका और पोल से नीचे की तरफ युवक सीधे जा गिरा। घायल युवक गिरते समय पोल के राड में बुरी तरह फंस गया, जिसे किसी तरह लोगों की मदद से नीचे उतार कर तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
इस घटना के बारे में बिजली विभाग के अधिशासी अभियन्ता से जब पत्रिका संवाददाता ने बातचीत करनी चाही तो उन्होंने कहा की पूरे घटना की जांच करायी जायेगी, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से कहीं न कहीं एक बार फिर विभाग विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही सामने आ गई।