खुले आसमान के नीचे रखा 2 लाख बोरा धान
बालाघाटPublished: Dec 29, 2019 08:37:44 pm
समितियों से नहीं हो पा रहा उठाव-
खुले आसमान के नीचे रखा 2 लाख बोरा धान
कटंगी। समर्थन मूल्य पर सहकारी समितियों के द्वारा किसानों से खरीदी हजारों क्विंटल धान की उपज इन दिनों परिवहन (उठाव) के अभाव में खुले आसमान के नीचे असुरक्षित माहौल में रखी हुई है। जिससे खरीदी प्रभारी परेशान तथा चिंतित है। दरअसल, प्रशासनिक लाचारी की वजह से सही समय पर धान का उठाव नहीं हो पा रहा है। जिसका खामियाजा खरीदी प्रभारी के साथ-साथ किसानों को भी हो रहा है। खरीदी केन्द्र से समय पर धान का परिवहन नही होने की वजह से किसानों को फसल का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। यह तब हो रहा है जब सरकार और विधायक अपने आप को किसानों का हितैषी बताने से नहीं चुक रहे हैं। उपार्जन नियमों पर गौर करें तो खरीदी के 48 घंटे बाद परिवहन कर गोदाम में उपज को सुरक्षित रखा जाना चाहिए। जानकारी अनुसार कटंगी एवं तिरोड़ी तहसील में धान परिवहन का ठेका पंकजम इंटरप्राइजेस जबलपुर को दिया गया है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के संचालक पवन राणा एवं पूर्व सरपंच मोतीलाल भगत के मुताबिक यह फर्म परिवहन कार्य में अत्यन्त लापरवाही बरत रही है। जिसके चलते आज कुछ जागरूक किसानों ने अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौपतें हुए शीघ्र ही धान का उठाव करने की मांग की है।
मिली जानकारी अनुसार दोनों ही तहसीलों में 1 लाख 31 हजार 568 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। जिसमें से मात्र 42 हजार 477 क्विंटल धान का ही परिवहन हो पाया है। शेष धान 88 हजार 876 क्विंटल करीब 2 लाख 22 हजार 189 बोरी धान आज भी खुले आसमान के नीचे हर रोज बदल रहे मौसम की मार झेल रहा है। बताया जा रहा है कि जिस पंकजम इंटरप्राइजेस नाम की फर्म को परिवहन का ठेका दिया गया है। वह गत वर्ष भी अपने कार्य के प्रति काफी लापरवाही बरत रही थी। इसके बावजूद सांठ-गांठ कर इसी फर्म को परिवहन का ठेका दिया गया है। सूत्र बताते हंै कि पंकजम इंटरप्राइजेस बालाजी गुडस ट्रांसपोर्ट कंपनी की ही एक फर्म है। यह कंपनी कई विभागों द्वारा ब्लैक लिस्टेड है और अब नाम बदलकर शासन को गुमराह कर अलग-अलग जिलों में परिवहन कार्य कर रही है।
धान खरीदी की अंतिम तिथि नजदीक आते ही जैसे ही किसानों को मैसेज मिल रहा है। वह अपनी उपज खरीदी केन्द्रों में धान लाकर बेच रहे हैं। लेकिन धान का परिवहन नहीं होने से खरीदी केन्द्रों में धान जाम पड़ा हुआ है, समितियां परेशान हो रही है। वर्तमान में कई क्षेत्रों में हल्की बारिश हो रही है। जिससे खरीदी केन्द्रों में रखे गए धान को भीगने का खतरा बना हुआ है। अगर जल्द ही संग्रहण धान के परिवहन की व्यवस्था नहीं बनाई गई, तो शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो सकता है।