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बालाघाट

3 को पेपर छात्र का नहीं मिला प्रवेश पत्र

प्रवेश पत्र में किसी और का नाम
निजी स्कूल का कारनामा, मान्यता नहीं होने के बावजूद लग रही थी कक्षाएं

बालाघाटMar 02, 2020 / 03:47 pm

mukesh yadav

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3 को पेपर छात्र का नहीं मिला प्रवेश पत्र,3 को पेपर छात्र का नहीं मिला प्रवेश पत्र

बालाघाट/कटंगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल कक्षा दसवीं की परीक्षा 3 मार्च से शुरू हो रही है। मंगलवार को विद्यार्थी संस्कृत विषय का पहला पर्चा हल करेंगे। लेकिन कटंगी में दो प्राइवेट स्कूलों की घोर लापरवाही की वजह से एक विद्यार्थी शाहिल सुरेन्द्र गजभिए का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। इस विद्यार्थी को अब तक प्रवेश पत्र ही नहीं मिला है। दरअसल, इस विद्यार्थी के नाम से संस्था के पास जो प्रवेश पत्र आया है, उसमें शाहिल गजभिए की जगह शाहिल प्रसाद दुबे दर्ज है। प्रवेश पत्र नहीं मिल पाने से विद्यार्थी एवं उसका पूरा परिवार मानसिक तनाव में है। शाहिल ने बताया कि वह पंचशील हाईस्कूल नांदी में पढ़ाई करता है। वहीं उसके पिता ने बताया कि तीन दिन पहले वह फीस जमा कर अपने बच्चे का प्रवेश पत्र लेने के लिए गए थे। जब प्रवेश पत्र हाथ में आया तो उसमें फोटो तो उनके बेटे की थी, लेकिन पिता और माता के स्थान पर किसी और का नाम था। वही सरनेम भी बदली हुई थी। उन्होंने बताया कि जब संस्था प्रमुख को यह बात बताई तो उन्होंने प्रवेश पत्र वापस रख लिया और अब संतोष जनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। वहीं अब इस मामले को दबाने के लिए तरह-तहर के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। शाहिल एवं उसके पिता सुरेन्द्र ने कलेक्टर, माशिमं एवं जिला शिक्षा अधिकारी का ध्यानाकर्षण कराते हुए तत्काल सुधार कर प्रवेश पत्र प्रदान करने एवं परीक्षा में बैठने का अवसर देने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी अनुसार शाहिल गजभिए नांदी के पंचशील प्राइवेट स्कूल में कक्षा 9 वीं से नियमित छात्र के रुप में अध्ययन कर रहा है। गत वर्ष उसने कक्षा 10वीं की परीक्षा दी थी, जिसमें वह अनुतीर्ण हो गया था। हालाकिं इसके बाद भी वह इसी स्कूल में नियमित छात्र के रुप में ही अध्ययन कर रहा था। मगर, इस साल शाहिल के प्रवेश पत्र में बड़ी त्रुटि हो गई है। चौकानें वाली बात तो यह है कि जिस संस्था में शाहिल अध्ययन कर रहा है, विभाग के अनुसार 2 साल पहले ही उस संस्था की मान्यता समाप्त हो चुकी है। मगर, इसके बावजूद भी संस्था में कक्षा 10 वीं के बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि पंचशील स्कूल का कटंगी की एक प्राइवेट संस्था के साथ बंधन है। पंचशील में अध्ययन करने वाले बच्चे इसी संस्था के नाम से परीक्षा में बैठते हैं। बहरहाल, इन दो संस्थाओं की लापरवाही का खामियाजा शाहिल गजभिए को भुगतना पड़ रहा हैं। जैसा कि पता चल पाया है कि संस्था ने परीक्षा के लिए जिन विद्यार्थियों का पंजीयन करवाया है, उसमें शाहिल गजभिए का नाम ही नहीं है। जबकि प्रवेश पत्र में उसकी फोटो चस्पा है। दो प्राइवेट स्कूलों की लापरवाही से एक बच्चे का कीमती एक साल बर्बाद हो रहा है। सूत्रों की माने तो पंचशील में अध्ययन करने वाली दो अन्य छात्राओं के प्रवेश पत्र में भी त्रुटि हुई है, लेकिन उन छात्राओं ने प्रवेश पत्र ले लिया है।
उल्लेखनीय है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने किसी प्रकार की त्रुटि ना हो इसके लिए संशोधन का अवसर भी प्रदान किया गया। लेकिन इस दौरान भी इन दोनों ही प्राईवेट स्कूलों के जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। वरना इस बच्चे का भविष्य बर्बाद होने से बच सकता था। हालाकिं इस संबंध में जब सहायक संचालक से चर्चा की गई तो उन्होंने समस्या का हल करने का भरोसा जताया है।
वर्सन
जिस संस्था में विद्यार्थी अध्ययन कर रहा है, उस संस्था के प्राचार्य द्वारा प्रमाणित कर दिए जाने पर विद्यार्थी को परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान कर दिया जाएगा।
आरके लटारे, जिला शिक्षा अधिकारी

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