बालाघाट. शहर से तीन किमी. दूर ग्राम पंचायत गर्रा के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल के समीप ही एक कारखाने में शराब बनाने का कार्य किया जा रहा है। ग्रेट गेलियन कंपनी के नाम से वर्षाे से संचालित इस कारखाने का विरोध ग्रामीण काफी समय से कर रहे हंै। अब थक हार कर क्षेत्र के जागरूक समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद चौबे ने सीएम ऑनलाइन में शिकायत की है। जिन्होंने कारखाने को गांव से बाहर स्थानांतरित किए जाने की मांग की है। गांव के राजेन्द्र प्रसाद चौबे द्वारा की गई शिकायत में बताया गया कि कारखाना संचालक ने बाटलिंग किए जाने के नाम पर अनुमति ली है। जबकि कारखाने में देशी शराब बनाने का निर्माण किया जाता है। कारखाना रहवासी क्षेत्र और स्कूल के समीप होने से शराब की मादक दुर्गंध से बच्चे व आमजन प्रभावित हो रहे हैं। वहीं गांव का स्वच्छ वातावरण भी दूषित हो रहा है। पंचायत व ग्राम सभा से अनुमति लेने के दौरान भी कंपनी द्वारा भ्रमित करते हुए मदिरा शब्द को छुपाते हुए ग्रेट पी बाटलिंग गेलियन कंपनी के नाम से एनओसी प्राप्त की है। शिकायत में बताया गया कि कारखाना वारासिवनी मार्ग के समीप है। इस मार्ग से करीब ५०० घरों का परिवार लगा हुआ है। जो की कारखाने से निकलने वाली दुर्गंध से प्रभावित हो रहे हैं। नियमों की हो रही अव्हेलना शिकायत में बताया गया है कि नियमानुसार शराब विक्रय व निर्माण रहवासी क्षेत्र में नहीं होना चाहिए। जबकि इस कारखाने के समीप स्कूली, गणेश मंदिर, आंगनबाड़ी पूर्व से ही स्थापित है। इसके अलावा कारखाने में एल्कोहली (व्यक्तिफाईट स्पीट) का उपयोग शराब बनाने में किया जाता है। जो कि अत्यधिक ज्वलनशील है। कारखाने में कई-कई घंटे स्पीट का टैंकर खड़े रहता है। इस कारण कभी भी बड़ी अनहोनी घटना की आशंका भी बनी रहती है। चौबे के अनुसार इसके पूर्व ग्राम सभा में ग्रामीणों ने कारखाने को स्थापित नहीं किए जाने की बात रखी थी। बावजूद इसके उनकी भावनाओं को तव्वजों नहीं दिया गया है। वर्तमान में कंपनी संचालक द्वारा गांव के दूसरे रकबे में कारखाने को स्थापित किए जाने की कार्रवाई की जा रही है, जो लंबित है। शिकायत में मांग की है कि उक्त कारखाने को गांव से हटाए जाए व बाहर स्थानांतरित किया जाए। वर्जन उक्त शराब कारखाने को अब तक हटा दिया जाना था। लेकिन वर्तमान में उसका संचालन नियम विरुद्ध व अधिकारियों व पंचायत से मिलीभगत कर संचालित किया जा रहा है। हमने शिकातय के माध्यम से आपत्ति दर्ज कराई है। कारखाना शीघ्र ही हटाया जाना चाहिए। राजेन्द्र प्रसाद चौबे, शिकायतकर्ता
गर्रा के कारखाने संबंधित शिकायत सीएम ऑनलाइन में की गई थी। जिसका बकायदा जांच कर जवाब बनाकर शिकायतकर्ता को अवगत करा दिया गया है। यदि वे जवाब से संतुष्ट नहीं है तो अपील कर सकते है। ब्रजेन्द्र कोरी, आबकारी अधिकारी