प्रधानमंत्री मोदी की घोषणाओं पर अमल नहीं होने से आशाओं में नाराजगी
प्रधानमंत्री ने विडियो कान्फ्रेस में आशा कार्यकर्ताओं से चर्चा करते हुए आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि दो गुना करने की घोषणा की थी।
प्रधानमंत्री मोदी की घोषणाओं पर अमल नहीं होने से आशाओं में नाराजगी
बालाघाट. प्रधानमंत्री ने विडियो कान्फ्रेस में आशा कार्यकर्ताओं से चर्चा करते हुए आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि दो गुना करने की घोषणा की थी। लेकिन उन घोषणाओं पर आज तक अमल नहीं हुआ है। जिससे आशा कार्यकर्ता अपने को ठगा सा महसूस कर रहे है। उक्त बातें अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष गीता कटरे ने पत्रकारों से चर्चा में कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय के अधीन पूरे देश में संचालित योजना एनएचएम में करीब 10,22,255 आशा कार्यकर्ता कार्यरत है। जिनके द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लोगों को उनके स्वास्थ्य संबंधित आवश्यकताओं की जानकारी देने व प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने, आवश्यक सेवाओं का उपयोग करने सलाह व सुविधा दिलाई जाती है। शासन के द्वारा चलाए जा रहे अभियान व योजनाओं में सहयोग किया जाता है। लेकिन सरकार के द्वारा आशाओं को कोई मानदेय नहीं दिया जाता है। उक्त कार्य के लिए संचालित योजनानुसार अल्प प्रोत्साहन राशि दी जाती है। 11 सितम्बर 2018 को प्रधानमंत्री मोदी ने विडियो कान्फ्रेस के जरिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि दो गुना करने घोषणा की थी। लेकिन उक्त संबंध में जब संबंधित मंत्रालय से पत्र मिला तो उसमें दैनिक व रेकरिंग प्रकृति अंतर्गत संचालित पांच तरह के गतिविधि व कार्यो के लिए मिलने वाले प्रोत्साहन राशि को 1000 से बढ़ाकर 2000 रुपए किया व अन्य कार्यो में मिलने वाली राशि को यथावत रखा गया। जिससे आशा कार्यकर्ताओं में नाराजगी व्याप्त है।
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