scriptEOW raided, crorepati turned out to be Panchayat Coordination Officer | ईओडब्ल्यू ने मारा छापा, करोड़पति निकला पंचायत समन्वय अधिकारी | Patrika News

ईओडब्ल्यू ने मारा छापा, करोड़पति निकला पंचायत समन्वय अधिकारी

locationबालाघाटPublished: Dec 02, 2021 09:56:21 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

जांच में सवा करोड से अधिक सम्पत्ति का हो चुका है खुलासा, वारासिवनी स्थित निवास में तड़के पहुंची ईओडब्ल्यू की टीम
सोते हुए को उठाकर दिया कार्रवाई को अंजाम

ईओडब्ल्यू ने मारा छापा, करोड़पति निकला पंचायत समन्वय अधिकारी
ईओडब्ल्यू ने मारा छापा, करोड़पति निकला पंचायत समन्वय अधिकारी
बालाघाट. जनपद पंचायत वारासिवनी में पदस्थ समन्वयक अधिकारी रमेश कुमार पटले करोड़पति निकला है। ईओडब्ल्यू जबलपुर द्वारा उनके वारासिवनी स्थित आवास पर की गई कार्रवाई के प्रारंभिक जांच में १.२३ करोड़ रुपए की संपत्ति मिली है। ईओडब्लू के डीएसपी मंजीत सिंह के अनुसार यह रकम समन्वयक अधिकारी की वार्षिक आय की बचत 35 लाख से तीन गुना अधिक है। कार्रवाई में 13 सदस्य शामिल रहे। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने रमेश कुमार पटले और उसकी पत्नी लक्ष्मी पटले के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और साजिश रचने का प्रकरण दर्ज करते हुए आरोपी बनाया है।
जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत वारासिवनी में पदस्थ समन्वय अधिकारी के वारासिवनी स्थित घर में गुरुवार की सुबह करीब 6 बजे राज्य आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) जबलपुर की टीम ने छापा मार कार्रवाई की। समन्वय अधिकारी के परिवार को सोते से उठाकर टीम ने सर्च कार्रवाई शुरू की है। जांच में समन्वय अधिकारी रमेश कुमार पटले के पास से करीब एक करोड़ 23 लाख की चल-अचल संपत्ति मिली है। जांच कर रहे ईओडब्ल्यू के अधिकारियों की माने तो मुताबिक गंगोत्री कॉलोनी वारासिवनी बालाघाट निवासी रमेश कुमार पटले समन्वय अधिकारी हैं। पटले के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत की जांच निरीक्षक प्रेरणा पांडे के द्वारा की जा रही थी। गुरुवार तड़के डीएसपी मनजीत सिंह और टीआई प्रेरणा पांडे की अगुवाई में दबिश देते हुए सर्च कार्रवाई शुरू की गई है।
प्रारंभिक जांच में मिली इतनी संपत्ति
जानकारी अनुसार प्रारंभिक जांच में नगर मेें स्थित गंगोत्री कॉलोनी में 2400 वर्गफीट में बना मकान, गंगोत्री कॉलोनी में पत्नी के नाम पर 2400 वर्गफीट में बना व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स, गंगोत्री कॉलोनी में पत्नी लक्ष्मी के नाम पर 2400 वर्गफीट व 2880 वर्गफीट के 2 प्लॉट, वारासिवनी के ग्राम गर्रा में 1500 वर्गफीट प्लॉट, वारासिवनी में करीब 23 हजार वर्ग फीट का प्लॉट, एसबीआई लाइफ में 6.92 लाख रुपए का निवेश, सहारा इंडिया में 8.65 लाख का निवेश होना पाया गया है। इसके अलावा २.५० लाख रुपए नगद, ५०० ग्राम सोने के जेवरात, लगभग १.५० किलो चांदी के जेवरात, १० बैंक खाता जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है, दो छोटे दोपहिया वाहन, जमीन की रजिस्ट्री विक्रय पत्र सहित अन्य चीजे मिली है। अब तक 1.23 करोड़ की संपत्ति मिली है, जो उसकी कुल बचत 35 लाख की तुलना में तीन गुना से अधिक है।
अप्रैल १९८८ में ग्राम सहायक के पद पर पदस्थ हुआ था पटेल
डीएसपी सिंह ने बताया कि रमेश पटले तहसील वारासिवनी के अंतर्गत 12 अप्रैल 1988 में ग्राम सहायक के पद पर पदस्थ हुआ था। पिछले तीन महिनों से खैरलांजी जनपद में सेवारत रहने के बाद हाल ही में पटले का स्थानांतरण वारासिवनी कर दिया गया था।
इनका कहना है
रमेश कुमार पटले का 18 नवंबर को जपं खैरलांजी से तबादला आदेश वारासिवनी के लिए आग गया था। जिन्हें पिछले शुक्रवार को ही खैरलांजी से वारासिवनी के लिए रिलीव कर दिया गया है।
-श्रुति चौधरी, सीईओ जपं खैरलांजी
वारासिवनी जनपद मेें पदस्थ समन्वयक अधिकारी के पास से 1.23 करोड की सम्पत्ति मिली है, जो वास्तविक आय से काफी अधिक है। जेवरात और निवेश भी मिले है, मामले में जांच जारी है। सम्पत्ति में और इजाफा हो सकता है। इस कार्रवाई में 13 सदस्यीय टीम शामिल है। कार्रवाई व सुनवाई के बाद अगर आरोप सही पाए जाते हंै तो आय से अधिक सम्पत्ति को राजसात भी किया जा सकता है।
-मंजीत सिंह, डीएसपी, ईओडब्ल्यू, जबलपुर
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