पंचायत से पहले ही प्रधानपाठक ने बेच दिया शाला भवन
जीर्ण-शीर्ण हो चुका था शाला भवन , ग्राम पंचायत ने शाला भवन को बेचने कर ली थी तैयारी पूरी
पंचायत से पहले ही प्रधानपाठक ने बेच दिया शाला भवन
बालाघाट/तिरोड़ी. ग्राम पंचायत ने जीर्ण-शीर्ण शाला भवन को बेचने के लिए तैयारी पूरी कर ली थी। लेकिन इसके पूर्व ही शाला के प्रधान पाठक ने उस शाला भवन को ही बेच दिया। इस जीर्ण-शीर्ण शाला भवन को प्रधानपाठक द्वारा महज सात हजार रुपए में बेच दिया। जबकि प्रधानपाठक को जीर्ण-शीर्ण शाला भवन को बेचने का कोई अधिकार ही नहीं है। इधर, ग्राम पंचायत द्वारा इस मामले की शिकायत कर प्रकरण की जांच करने और दोषी पर कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे हैं। मामला कटंगी विकासखंड के तिरोड़ी संकुल के जनपद प्राथमिक शाला कोयलारी का है। इस संबंध में जब प्रधानपाठक कमलाप्रसाद दुबे से चर्चा की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार जनपद प्राथमिक शाला कोयलारी के जीर्ण-शीर्ण भवन को प्रधानपाठक कमलाप्रसाद दुबे ने नियम विरुद्ध गांव के ही भीमराव बोमर्डे नामक व्यक्ति को 7 हजार रुपए में बेच दिया है। इस राशि का उन्होंने क्या किया, इसका कोई हिसाब-किताब नहीं है। संकुल प्राचार्य टीपी घोड़ेश्वर ने बताया कि भवन को बेचने से पूर्व प्रधानपाठक ने किसी तरह की अनुमति नहीं ली। जीर्ण-शीर्ण इमारत को बेचने या नीलाम करने का अधिकार प्रधानपाठक के पास नहीं है। वह इस तरह के लिए भवन बेचने के लिए सक्षम भी नहीं है। बावजूद इसके प्रधानपाठक ने इस कार्य को अंजाम दिया है।
दरअसल, ग्राम पंचायत ने स्कूली विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उक्त जीर्ण-शीर्ण स्कूल भवन को ध्वस्त कर सामग्री नीलाम करने की विधिवत कार्रवाई की थी। जिसकी मंजूरी भी मिल चुकी है। लेकिन प्रधानपाठक ने इससे पहले ही भवन को बेच दिया है। वहीं विद्यार्थियों केलिए नए शाला भवन का निर्माण भी कर दिया गया है। प्रधानपाठक की इस नियम विरुद्ध की गई कार्रवाई से ग्राम पंचायत के सरपंच, पंच तथा ग्रामीण नाराज है। सरपंच ने विकासखंड स्रोत समन्वयक और संकुल प्राचार्य से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
ग्राम पंचायत कोयलारी के सरपंच विजय सोनवाने ने बताया कि ग्राम पंचायत में संचालित होने वाले किसी भी सरकारी स्कूल कार्यालय की देख-रेख की जवाबदेही पंचायत की होती है। वहीं अगर कोई सरकारी इमारत जीर्ण-शीर्ण हो जाए तो ऐसे भवन को तोडऩे या नीलाम करने का अधिकार भी पंचायत के पास ही है। पंरतु स्कूल के प्रधानपाठक ने मनमानी करते हुए स्कूल भवन को ही बेच दिया। यह सरासर नियम विरुद्ध है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत ने विगत माह ग्राम सभा में एक प्रस्ताव पास कर इस भवन के नीलामी की कार्रवाई की थी। परंतु प्रधानपाठक ने लालच में आकर भवन को बेच दिया। पंचायत ने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
इनका कहना है
अगर, प्रधानपाठक ने जीर्ण-शीर्ण स्कूल भवन को बेच दिया है तो वह स्वयं इसके लिए जिम्मेदार है। पंचायत अपने स्तर से किसी भी तरह की कार्रवाई कर सकती है।
-दर्पण गौतम, बीआरसी, कटंगी
पंचायत ने जीर्ण-शीर्ण भवन के नीलामी की विधिवत कार्रवाई की है। जिसकी अनुमति मिल चुकी है। इसके पूर्व ही प्रधानपाठक ने अपने निजी स्वार्थ के लिए भवन को बेच दिया।
-विजय सोनवाने, सरपंच, ग्राम पंचायत कोयलारी
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