scriptकैसे पूरा हो पाएगा स्वयं के पक्के आवास का सपना | How to complete the dreams of a permanent home | Patrika News
बालाघाट

कैसे पूरा हो पाएगा स्वयं के पक्के आवास का सपना

आसमान छू रहे मकान निर्माण सामग्री के दाम

बालाघाटJun 04, 2018 / 01:45 pm

mukesh yadav

pm awas

कैसे पूरा हो पाएगा स्वयं के पक्के आवास का सपना

वारासिवनी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के हर जन को पक्का मकान देने पीएम आवास योजना की शुरूआत की। इसके बाद लोगों ने अपने कच्चे आशियानों को तोड़कर पक्का आशियाना बनाने का कार्य प्रांरभ कर दिया है। लेकिन इस महत्वकांक्षी योजना और गरीबों के पक्केआशियानों के सपने पर निर्माण सामग्री में लगने वाली वस्तुओं के विक्रेता राहु -केतू बनकर बैठ गए हंै और निर्माण सामग्री को मन मानी कीमत पर बेच इस महत्वकांक्षी योजना को असफल बनाने में लगे हंै।
विदित हो कि पीएम आवास योजना के तहत वारासिवनी शहर में करीब ८00 हितग्राहियों को मकान बनाने के लिए नपा द्वारा योजना के तहत राशि का आंवटन किया गया है। इसके बाद गरीबों ने अपने आशियानों को तोड़कर पक्का आशियाना बनाने की ओर कदम बढ़ाया था। प्रारंभ में निर्माण सामग्रियां हितग्राहियों को कम रेट पर मिल रही थी। वहीं वर्तमान में विक्रेताओं द्वारा मौके का फायदा उठाते हुए निर्माण सामग्री का दाम करीब डेढ़ से दो गुना कर दिए गए हंै। इस कारण हितग्राहियों की फजीहत हो गई है। जानकारी के अनुसार दो माह पूर्व जहां लोहे का भाव 4200 सौ रुपए था। वहीं लोहा बढ़कर अब 55 सौ रुपए से लेकर 6 हजार रुपए क्विंटल तक बिक रहा है। वहीं सीमेंट के दाम पूर्व में 240 से 250 रुपए थे। वर्तमान में सीमेंट के दाम 270 से 280 रुपए बोरी तक बिक रहा है। मकान निर्माण में प्रयोग में लाई जाने वाली गिट्टी पूर्व में 38 सौ रुपए ट्राली बिक रही थी, वह भी वर्तमान में 43 सौ रुपए से लेकर 45 सौ रुपए ट्राली तक बिक रही है। रेत में ठेकेदारी प्रथा समाप्त हो जाने से मकान निर्माण करने वालों को राहत मिलने के साथ ही लोगों को रेत 500 -600 रुपए ट्राली मिल रही थी। लेकिन अब वह भी असानी से नहीं मिल पा रही है। ईटों के दाम में तो आग लगी हुई है। जो ईंट डेढ़ दो माह पूर्व तीन हजार रुपए ट्राली मिल रही थी। वर्तमान में वह 6 हजार रुपए से लेकर 6 हजार 5 सौ रुपए तक बिक रही है। आमजनों का कहना है कि नगर में अवैध ईंट भट्टों की भरमार है। बावजूद इसके ईंटों के भाव आसमान छूना समझ से परे हैं। सभी निर्माण सामग्री के बढ़ते मूल्यों पर लगाम लगाए जाने की मांग की है।
वर्सन
प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही वार्ड 6 के युवा ने बताया कि
जब हमारा मकान स्वीकृत हुआ था, तो बेहद खुशी थी। योजना के तहत एक लाख रुपए की किश्त मिल भी चुकी है। लेकिन सामग्री के दाम सुनकर लग रहा है कि इस बजट में मकान बनाने मे बेहद मुश्किल आएगी। प्रशासन को चाहिए की सामग्री के महंगे दाम को नियंत्रित कर हितग्राहियों को अपने सपने पुरे करने में सहयोग करंे।
डीलेश्वर कलाईत, हितग्राही

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