दो घंटे के रेस्क्यू आपरेशन कर पकड़ा तेंदुए का शावक
परिवार से भटकर गांव में घुस आया था शावक वन अमले ने पुलिस की सहायता से पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा
दो घंटे के रेस्क्यू आपरेशन कर पकड़ा तेंदुए का शावक
बालाघाट. जिले के लालबर्रा परिक्षेत्र के नगपुरा गांव में उस समय भगदड़ की स्थिति मच गई जब एक नए तेंदुए का शावक अपने परिवार झुंड से बिछड़कर गांव में घुस गया। ग्रामीणों में भय था की कही उक्त नए शावक तेंदुए की तलाश में उसका परिवार भी ग्राम में न घुस आए। इस कारण भय का वातावरण निर्मित हो गया। इसके बाद जानकारी पुलिस और वन विभाग को दी गई। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद करीब दो घंटे का रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया। इसके बाद नए शावक तेंदुए को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ा गया।
जानकारी के अनुसार मामला सोमवार की शाम करीब पांच बजे का बताया जा रहा है। दक्षिण वन मंडल के एसडीओ से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्हें वन परिक्षेत्र अधिकारी एसके शेंड के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई। इस दौरान बताया गया कि नगपुरा निवासी ग्रामीण गणेश लिल्हारे के घर तेंदुए का शावक घुस गया है। इसके बाद टीम के साथ वे पहुंचे थे। बड़ी ही सावधानी और मशक्कत के बाद शावक को काबू में कर पकड़ा गया। जिसे पिंजरे में भरकर बालाघाट लाया गया और अंदर जंगल में छोड़ा गया। तेंदुए के शावक के मिलने को खुशखबरी बताया जा रहा है। वहीं सुरक्षा के लिहाज से शावक को कहा छोड़ा गया इस बात की जानकारी गोपनीय रखी गई है।
वन विभाग ने किया रेस्क्यू
जानकारी लगने पर मौके पर वन मंडल अधिकारी ए अंसारी अपने हमरा स्टॉफ एसडीओ अंकित पटोदी, विकाश मायोरे, रेंजर एसके शेंडे, डिप्टी रेंजर अजय चौरे, रेंजर उमाशंकर सोनी और थाना प्रभारी विजय विश्वकर्मा मय स्टॉफ के साथ मौके पर पहुंचे। इनके साथ वन विभाग की रेस्क्यू टीम भी शामिल थी। करीब सवा पांच बजे से शावक को पकडऩे रेस्क्यू अभियान चलाया गया। इसके बाद पिंजरा लगाकर शावक तेंदुए को पकड़ लिया गया।
तेंदुआ शावक को देखने उमड़ी भीड़
जानकारी के अनुसार गांव में पहली बार इस तरह से किसी नन्हें हिंसक वन्य प्राणी के प्रवेश कर लिए जाने से गांव में कौतूहल का माहौल रहा। इस कारण तेंदुआ शावक को देखने बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए थे। भीड़ देखकर तेंदुआ शावक काफी डर गया था। गनीमत रहा कि उसके साथ उसका झुंड नहीं आया था, नहीं तो खतरा हो सकता था। वहीं इसके पहले की ग्रामीण शावक को परेशान करें या किसी तरह का नुकसान पहुंचे, तेंदुए को पकड़ लिया गया।
वर्सन
सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया गया। इसके बाद नए शावक तेदुएं को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया गया है। शावक को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
अमित पटौदी, एसडीओ दसावमं