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बालाघाट

मोहल्ला क्लिीनिक योजना को संजीवनी की दरकार-

भवन बनकर तैयार, कही अधर में लटके निर्माण कार्यशहर के तीन वार्डो में खोले जाने थे संजीवनी मोहल्ला क्लिीनिकलगभग 50 लाख की राशि से योजना को दिया जाना था मूर्त रूपनपा और स्वास्थ्य विभाग में समन्वय नहीं होने से मूर्त रूप नहीं ले पा रही योजनादो स्थानों में भवन तैयार, लेकिन स्टॉफ का इंतजारजिम्मेदारों के ध्यान नहीं दिए जाने से मूर्त रूम नहीं ले पा रही योजना

बालाघाटJan 05, 2024 / 08:19 pm

mukesh yadav

मोहल्ला क्लिीनिक योजना को संजीवनी की दरकार-

मोहल्ला क्लिीनिक योजना को संजीवनी की दरकार-

बालाघाट. शहर वासियों को वार्ड में ही क्लिीनिक खुलने से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया होगी। उन्हें साधारण बीमारी पर उपचार कराने अस्पताल जाना नहीं पड़ेगा। वहीं उनके समय की भी बचत होगी। कुछ इसी तरह का ढिंढोरा पीटकर शहर की नगरपालिका परिषद ने संजीवनी मोहल्ला क्लिीनिक योजना के नाम से खूब वाह वाही बटोरी थी। लेकिन योजना को लेकर करीब डेढ़ दशक से भी अधिक का समय बीत चुका है, अब तक यह योजना मूर्त रूप नहीं पाई है।
जानकारी के अनुसार शहर में डेढ़ से दो दशक पूर्व नपा परिषद ने शहर संजीवनी मोहल्ला क्लिीनिक खोले जाने की योजना बनाई थी। योजना को लेकर बकायदा शहर के 33 वार्डो में तीन वार्डो का चयन भी किया गया। राशि स्वीकृति कर इन वार्डो में क्लिीनिक खोले जाने भवन बनाया जाना प्रारंभ भी किया गया। लेकिन वर्तमान में यह पूरी योजना कागजों तक सीमित नजर आती है। शहर के किसी भी वार्ड में एक भी मोहल्ला क्लिीनिक प्रारंभ नहीं हो पाया है।
50 लाख से बनने थे भवन
नपा उपाध्यक्ष योगेश बिसेन के अनुसार संजीवनी मोहल्ला क्लिीनिक को लेकर शहर वार्ड नंबर 01 बूढी, वार्ड नंबर 29 और वार्ड 33 का चयन किया गया था। इन वार्डो में भवन बनाए जाने बूढी के लिए करीब 25 लाख, वार्ड 33 के लिए 11 लाख और वार्ड 29 के लिए भी करीब 11 से 12 लाख रुपए खर्च कर भवन बनाया जाना था। इस तरह से करीब 50 लाख की लागत से भवन व अन्य व्यवस्थाए करने के बाद इसे स्वास्थ्य विभाग के सहयोग संचालित किया जाना था। हालाकि अब तक कही भी क्लिीनिक शुरू नहीं हो पाया है।
पुराने भवन को बना रहे क्लिीनिक
योजना को लेकर पत्रिका ने वर्तमान स्थिति जानी। इस दौरान शहर के वार्ड 33 गायखुरी में सामने आया कि यहां नपा के 15 वर्ष पूर्व से बने व्यायाम शाला भवन को मोहल्ला क्लिीनिक के रूप में डेव्हलप किया जा रहा है। लेकिन अब तक यहां भी क्लिीनिक पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है। यहां के रहवासियों को न व्यायाम शाला का लाभ मिल रहा हैं, न स्वास्थ्य केन्द्र का। पहले से शुरू व्यायाम शाला भी वर्तमान में बंद कर दी गई है।
युवाओं ने जताया विरोध
वार्ड नंबर 33 के युवाओं ने व्यायाम शाला भवन में स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाने का पूर्व में विरोध भी किया था। व्यायाम शाला को यथावत रखे जाने दो-तीन बार कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन भी सौंपे गए। लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। करीब 6 माह पूर्व व्यायाम शाला भवन की मरम्मत कर बाउंड्रीवॉल निर्माण कर स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाने तैयारियां की गई। लेकिन वर्तमान में कोई कार्य नहीं किया जा रहा है।
दम तोड़ रही योजना
जानकारी के अनुसार वर्तमान स्थिति में वार्ड 33 में पुराने भवन को क्लिीनिक का नाम दिया गया है। वहीं वार्ड नंबर 01 में फिल्टर प्लांट के पास नाया बनाया भवन बनाया गया है। वार्ड 29 में पहले सेठिया शाला स्कूल में योजना के तहत क्लिीनिक खोला जाना था। लेकिन यहां भी एक प्रतिशत कार्य नहीं हो पाया है। दो स्थानों में भवन मुहैया होने के बावजूद उपकरण और स्टॉफ की व्यवस्था नहीं हो पाई है। कुल मिलाकर शहर में यह महत्वकांक्षी योजना दम तोड़ती नजर आ रही है।
वर्सन
गायखुरी में काफी वर्षो से व्यायाम शाला भवन बना था। यहां के युवा व बच्चे मेहनत करते थे। लेकिन व्यायाम शाला को बंद कर इसमें स्वास्थ्य केन्द्र खोला जा रहा है। युवा विरोध कर रहे हैं। वहीं अभी तक स्वास्थ्य केन्द्र भी प्रारंभ नहीं हुआ है।
रेखलाल रंगारे, स्थानीय रहवासी
शहर के वार्ड नंबर 33 और 01 में क्लिीनिक बनकर तैयार है। जिसे स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने पत्र भी प्रेषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से क्लिीनिक प्रारंभ होना है। हमने नपाध्यक्ष को पूरे मामले से अवगत करा दिया है। स्वास्थ्य अधिकारी से भी बात की जाएगी।
योगेश बिसेन, उपाध्यक्ष नपा बालाघाट

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