scriptपशु तस्करी के नाम अब यह गांव भी हो रहा बदनाम | Name of animal smuggling is now becoming a notorious village | Patrika News
बालाघाट

पशु तस्करी के नाम अब यह गांव भी हो रहा बदनाम

मोहगांव से हो रही पशु तस्करी, सैकड़ों गाय-बैल प्रत्येक मंगलवार को भेजे जाते हैं महाराष्ट्र

बालाघाटDec 28, 2017 / 12:38 pm

mukesh yadav

pashu taskari
बालाघाट. राज्य सरकार, पुलिस प्रशासन एवं कई सामाजिक संगठन पशुओं की तस्करी को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत् है। बावजूद इसके कटंगी से 15 किमी. दूर मोहगांव साप्ताहिक मवेशी बाजार से प्रत्येक मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में गाय-बैलों की तस्करी की जा रही है। सूत्रों की माने तो कुछ कथित किसान एवं ग्रामीणों के द्वारा इन पशुओं को पैदल हांकते हुए चोर पिंडेपार के रास्ते महाराष्ट्र तक ले जाया जाता है। फिलहाल पशुओं की तस्करी का यह गोरखधंधा बहुत तेजी से फल-फूल रहा है। जानकारी अनुसार पुलिस की नजरों से बचने के लिए इन पशुओं को पंगडंडियों एवं खेतों के सहारे आसानी से ले जाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मोहगांव के अलावा कटंगी मवेशी बाजार से भी गौवंश तस्कर पशुओं की खरीदी करते हैं। इन पशुओं को सीमा पार निश्चित ठिकाने तक पहुंचाने के लिए एक चैनल बनाई गई है। जो बारी-बारी से अपना काम करती है। सबसे पहले बाजार में पशुओं को खरीदा जाता है। इसके बाद एक मजदूर हांकते हुए इन पशुओं को कुछ गांवों की दूरी पार कराता है। जहां रात्रि में विश्राम और इसके बाद दूसरा मजदूर इन पशुओं को आगे की ओर बढ़ता है। करीब 5 बार में यह मवेशी ठिकाने तक पहुंचाए जाते हैं। इन पशुओं को हांकने के लिए प्रत्येक मजदूरों को 200 रुपए तक की मजदूरी दी जाती है।
अब तक करीब २० मामले
गौरतलब हो कि पशु तस्करी के मामले में पुलिस संरक्षण की बात भी सामने आती है। वहीं एक साल के भीतर पशु तस्करी के कटंगी एवं तिरोड़ी थाने में करीब 20 से ज्यादे मामले पकड़े गए हैं। लेकिन किसी भी मामले में तस्करी करने वाले सरगना तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। इधर, पशु तस्करी को रोकने के नाम पर कुछ धार्मिक संगठन के नाम पर युवाओं की टोलियां भी वसूली कर रही है। इन टोलियों से परेशान वास्तविक किसानों ने बताया कि गांव-गांव में कुछ युवाओं के दल पशु ले जाने वालों को रोकते हैं तथा उनसे वसूली करते हैं। कई बार इन टोलियों के द्वारा किसानों को भी परेशान किया जाता है। हालाकिं ऐसी टोलियों के खिलाफ अब तक पुलिस में कोई शिकायत नहीं की गई है।
इनका कहना है।
पशुओं की तस्करी रोकने के लिए विहिप एवं बजरंग दल सदैव पुलिस के सहयोग से प्रयासरत है। हमें भी अवैध वसूली की शिकायतें मिलती है। लेकिन नाम पता नहीं चल पाते। इस कारण उनकी शिकायत नहीं हो पाती है।
सुनील नागोसे, जिला सहसंयोजक बजरंग दल
मैने हालहि में यहां का पद्भार ग्रहण किया है। इस कारण मुझे इस संबंध में अधिकारी नहीं है। लेकिन यदि ऐसी कोई सूचना या शिकायत प्राप्त होती है तो कार्रवाई की जाएगी।
अजय मरकाम, तिरोड़ी थाना प्रभारी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो