scriptजैविक खाद में निकली अमानक सामग्री | Non-standard material in organic manure | Patrika News
बालाघाट

जैविक खाद में निकली अमानक सामग्री

मुख्यालय से 5 किमी दूर ग्राम बघोली के कृषकों को 15 दिनों पूर्व जैविक परंपरागत खेती करने के लिए प्रोमाइन जैविक खाद एवं 05 किग्रा. धान प्रति एकड़ के हिस

बालाघाटNov 29, 2017 / 04:54 pm

sanjay daldale

Non-standard material in organic manure

Non-standard material in organic manure

बघोली के किसानों को निशुल्क प्रदान की गई खाद
जैविक खाद में निकली अमानक सामग्री

लालबर्रा. मुख्यालय से 5 किमी दूर ग्राम बघोली के कृषकों को 15 दिनों पूर्व जैविक परंपरागत खेती करने के लिए प्रोमाइन जैविक खाद एवं 05 किग्रा. धान प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान स्वरूप दिया गया हैं। लेकिन उक्त प्रोमाइन की खाद को खेत में डालने के लिए बघोली के कृषक पुण्यप्रसाद कातुरे ने खोला तो देखा कि विभिन्न प्रकार की अमानक सामग्री मिलावट की गई है। जिसमें कांच, पत्थर, लोहे के तुकड़े, कवेली के तुकड़े, हड्डिया, साईकिल हैंडल के कवर, एक रुपए के सिक्के, पन्नियां आदि अमानक साम्रगी पाई गई। उन्होंने अन्य किसानों को अपनी व्यथा सुनाई। साथ ही इसकी सूचना अधिकारियों को दी है।
किसान पुण्यप्रसाद की माने तो किसान कि फसल (धान) 3000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बिकनी चाहिए। तब इनकी अमानक सामग्री से किसान बचेगा और अपनी खेती को इस अमानक सामग्री से अपनी खेती को भी बचाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 1 एकड़ के लिए 1 बोरी प्रोमाईन और 5 किग्रा. धान दिया गया है। जिसके एवज में 70 रुपए भी लिए जाने की बात उन्होंने बताई।
जानकारी के अनुसार लालबर्रा ब्लॉक में 50 एकड़ में जैविक परम्परागत खेती करने के लिए 20 समूहों के माध्यम से गांव-गांव कृषक मित्रों के द्वारा चना, गेंहू, अलसी, सरसों आदि रबी की फसलों के लिए 50 किलो ग्राम प्रोमाइन खाद की बोरी नि:शुल्क प्रदान की गई है। जो निरंतर 3 वर्षों तक प्रदान की जाएगी। लेकिन पहली ही बार में किसानों को दी गई खाद्य में इस तरह की अमनाक सामग्री देकर उनके साथ मजाक किया गया है। जो कि किसानों की उपेक्षा भी है। अमानक जैविक खाद अकेले पुण्य प्रसाद को नहीं बल्कि बघोली के किसान झनकार सिंह उइके, माया बाई बहरे, चैनलाल चौधरी, देवराम साहु, खेमलाल साहु, देवराम कुड़वेती, पन्नालाल समरित, गोविंद चौधरी, गौरीशंकर समरित, भीवराज समरित सहित बघोली के 20 व साल्हे ला. के 38 कृषकों को दी गई खाद में पाई गई है।
&इस मामले की हम जांच करवाते हैं। इसके बाद ही पता चल पाएगा की खाद की जगह अमानक सामग्री कैसे आ गई।
बसंत ढोके, लालबर्रा वरिष्ठ कृषि अधिकारी

Home / Balaghat / जैविक खाद में निकली अमानक सामग्री

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो