फीवर क्लिनीक में बड़ी जांच कराने वालों की संख्या
दहशत-हर कोई करवाना चाह रहा रैपिड टेस्ट
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कटंगी। जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण ने सभी को डरा कर रख दिया है। शासन ने जहां इसकी रोकथाम के लिए लॉकडाउन का फैसला लिया, वहीं लोग इससे इतने डरे हुए है कि कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठाना चाहता और रैपिड टेस्ट के जरिए कोरोना पॉजिटिव-निगेटिव रिपोर्ट जानना चाहता है। इस कारण रविवार को कटंगी फीवर क्लिनीक में जांच कराने वालों की बड़ी संख्या पहुंच गई। फीवर क्लिनीक के आंकड़े भी बेहद चौकानें वाले हैं हर दिन 50 से अधिक लोग रैपिड टेस्ट कराने के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें वह लोग शामिल है जो बीमार होकर सीधे फीवर क्लिनीक पहुंच गए। हालाकिं कई लोग ऐसे भी अपना रैपिड टेस्ट कराना चाह रहे हैं, जिन्हें किसी कारण से बाहर जाना है या फिर अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए एक जिले से दूसरे जिले में जाना है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ऐसे लोगों को टेस्ट करने से साफ इंकार कर रहा है, चुकिं कलेक्टर ने पहले ही किसी भी तरह के आयोजन पर रोक लगा रखी है।
उल्लेखनीय है कि कटंगी में बीते 4 दिन से कोविड वैक्सीन टीकाकरण भी नहीं हो पा रहा है, जबकि सरकार हर दिन टीकाकरण में तेजी लाने को लेकर आदेश जारी कर रही है। बीते रविवार से लेकर अब तक महज 1 दिन ही टीकाकरण हो पाया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोवैक्सीन के साथ कोविशील्ड की कमी के कारण टीकाकरण प्रभावित हो रहा है। जिन लोगों को टीकाकरण अभियान के तहत पहली कोवैक्सीन की डोज लग चुकी है, वह कोविशील्ड की दूसरी डोज आने का इंतजार कर रहे हंै। बता दें कि टीकाकरण में पहली डोज लगने के 28 दिनों बाद दूसरी डोज लगाने का कार्यक्रम है। लेकिन कटंगी में दर्जनों लोगों को पहले टीके के बाद दूसरी डोज नहीं लग पाई है। वहीं जिन लोगों की उम्र 45 से अधिक हो चुकी है वह भी टीकाकरण करवाने के लिए हर दिन टीकाकरण केन्द्र के चक्कर लगा रहे हैं। फिलहाल कटंगी नगर और तहसील क्षेत्र की शत प्रतिशत जनता को टीका नहीं लग पाया है।
इधर ग्रामीण अंचलों में तेजी से वायरल फीवर और टायफाइड फैलने की खबरे आ रही है और इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि प्राईवेट और सरकारी डॉक्टरों के घरों के आगे मरीजों की कतारें लगी हुई है। इसके अलावा पैथोलॉजी लेब में भी टेस्ट कराने के लिए आने वालों की संख्या काफी अधिक है। यह सभी लोग डरे हुए है. वहीं प्रशासन कोरोना से डरने की नहीं सर्तक और जागरूक रहने की अपील कर रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग में फैली अव्यवस्थाओं ने लोगों को हिम्मत कम और डराकर ज्यादा रखा हुआ है।