बाबा जुमदेवजी के मार्ग पर निस्वार्थ भाव से आए सेवक
बालाघाटPublished: Feb 17, 2019 08:56:15 pm
परमात्मा एक सेवक मंडल के मानव धर्म सेवक सम्मेलन में मप्र, छग और महाराष्ट्र से पहुंचे हजारों सेवक
बाबा जुमदेवजी के मार्ग पर निस्वार्थ भाव से आए सेवक
बालाघाट। परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल का मानव धर्म सेवक सम्मेलन का बड़ा आयोजन 17 फरवरी को मुख्यालय में आयोजित किया गया था। जिसमें नागपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में सेवक शामिल रहें। कार्यक्रम का प्रारंभ प्रात: गायखुरी निवासी मोहनलाल बिसेन के यहां सामूहिक एकता हवन पूजन से किया गया। इसके बाद यहां से ही मानव धर्म की शोभायात्रा निकाली गई, जो शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए आयोजन स्थल उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पहुंची।
यहां परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल अध्यक्ष राजूजी मदनकर, सचिव सूरजलालजी अंबुले, वरिष्ठ मार्गदर्शक टीकारामजी पराते, संजय झल्पे, मुख्य अतिथि उपाध्यक्ष मनोहर देशमुख, सहसचिव मोरेश्वर गभणे, बालाजी नंदनकर, वासुदेव पडोले, सुखदेव लांजेवार, फकीरा जिभकाटे, टीकाराम भेंडारकर, संजय महाकालकर, बिट्ठलराव क्षीरसागर, खुशाल जगनाडे की मौजूदगी में सेवक सम्मेलन का उद्घाटन दीप प्रज्वलन एवं भगवान बाबा हनुमानजी की प्रतिमा का पूजन, जुमदेवजी की प्रतिमा का पूजन एवं वाराणसी आई ठुब्रीकर की प्रतिमा का पूजन और अतिथियों के स्वागत के उपरांत भगवत कार्य को लेकर विस्तृत चर्चा बैठक सेवकों के साथ की गई।
वक्ताओं ने कहा कि जुमदेवजी के बताए गए मार्गो पर चलने से जीवन के हर कष्ट दूर हो जाते हंै और परिवार में खुशियां आती है। सम्मेलन में भगवत कार्य चर्चा उपरांत महाप्रसाद वितरण और मर्यादा भजन संध्या का आयोजन किया गया है। जिसमें गायक कलाकार संजय झल्पे द्वारा विशेष प्रस्तुति दी गई।