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बालाघाट

सर्पदंश के बढ़ते मामलों पर गंभीर हुए अधिकारी

बचाव एवं जागरूकता हेतू कार्यशाला का आयोजनसभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एंटी स्नेक वैनम उपलब्ध

बालाघाटJul 14, 2019 / 05:57 pm

mukesh yadav

sarp dansh

सर्पदंश के बढ़ते मामलों पर गंभीर हुए अधिकारी

बालाघाट. जिले में सर्पदंश के बढ़ते मामलों पर पत्रिका खबरों के बाद अब अधिकारी गंभीर हुए हैं। जिनके द्वारा शासकीय अस्पतालों में एंटी स्नेक वीनम उपलब्ध कराए जाने के साथ जन जागरूकता के कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गढ़ी तथा सोनगुड्डा के चिकित्सक तथा स्टाफ नर्स को सर्प दंश के उपचार एवं उनके प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरसी पनिका, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आरके चतुर्वेदी प्रभारी चिकित्सक कान्हा नेशनल पार्क मुक्की तथा शून्य सर्पदंश अभियान संस्था मुम्बई के निदेशक डॉं केदार भिड़े द्वारा प्रतिभागियों को सर्पदंश से संबधित उपचार एवं प्रबंधन तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए नवीन दिशानिर्देशों से संबंधित जानकारियां प्रदान की गई।
कार्यशाला में डॉ आरसी पनिका द्वारा अवगत कराया गया कि सर्पदंश की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। कोबरा, करैत तथा वायपर की कुछ प्रजातियां जहरीली होती है। जिनके काटने से जहर होता है और तुरंत उपचार नहीं मिलने पर व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। सांप के काटने पर झाडफ़ंूक के बजाय तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र जाकर उपचार किया जाना चाहिए।
जिले में अधिक प्रकरण
डॉ केदार भिड़े ने कार्यशाला में बताया कि जिले का अधिकांश क्षेत्र वन आच्छादित है। ऐसे में सर्पदंश के प्रकरण यहां बहुतायत में आने की संभावना है। इसके लिए स्वास्थ्य अमले को सर्पदंश के उपचार से पहले जनसमुदाय को सर्पदंश के उपचार के लिए जागरूक करना आवश्यक है।
यह सावधानियां बरते
डॉ पनिका ने सांप के काटने पर क्या करना है बताया। उन्होंने बताया कि सांप से दूर हो जाए और बिना डरे लोगों को मदद के लिए पुकारे। सर्पदंश के मरीज को लिटाए उसके अवयव को न हिलाए डुलाए। दंश की जगह को कोई कपड़े या रस्सी से न बांधे, मुंह से जहर न निकाले न पानी डाले। सर्पदंश का उपचार प्रतिसर्प विष ही है। इसके अलावा कोई झाड़ फूंक बैगा ओझा से इसका ईलाज न करावें। जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनगुड्डा तथा गढी में एन्टी वेनम का स्टॉक रख दिया गया है।

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