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बालाघाट

साढ़े 6 हजार किसान, किसान सम्मान निधि से वंचित

आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग बनी देरी की वजह

बालाघाटJan 12, 2020 / 05:22 pm

mukesh yadav

साढ़े 6 हजार किसान, किसान सम्मान निधि से वंचित

साढ़े 6 हजार किसान, किसान सम्मान निधि से वंचित

कटंगी। क्षेत्र के करीब साढ़े 6 हजार किसान केन्द्र सरकार की योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाली पहली किश्त (राशि) का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 01 दिसबंर 2018 से योजना के शुरू होने के लगभग 13 महीने बाद भी इन किसानों के खातों में राशि जमा नहीं हो पाई है। जबकि किसान हर दिन बैंक पासबुक लेकर बैंक के चक्कर काट रहा है। किसानों ने बताया कि उनके साथी किसानों के खातों में राशि जमा हो चुकी है। लेकिन कई किसाने ऐसे हंै जिनके खाते में आज तक पैसा जमा नहीं हुआ है।
अर्जुननाला के दर्जनों किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा है। तहसीलदार के अनुसार करीब साढ़़े 6 हजार किसानों के आधार कार्ड में नाम की वर्तनी (स्पेंलिग) में अंतर होने तथा एलजी कोड नहीं मिलने के कारण देरी हुई है। उन्होनें बताया कि सुधार कार्य जारी है। करीब ढाई हजार नामों में सुधार कर लिया गया है, 4 हजार किसानों के नामों में सुधार कार्य जारी है। जैसे ही सुधार कार्य पूर्ण हो जाएगा, किसानों के खातों में राशि जमा करा दी जाएगी।
यह किसान सम्मान निधि योजना
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालभर में 4 माह के अंतराल में कुल 6 हजार रुपए की राशि मिलना है। यह राशि तीन किस्तों में 2-2 हजार रुपए किसान के बैंक खाते में सीधे जमा होनी है। जिन किसानों को राशि नहीं मिली है, उन्होंनें बताया कि पटवारी के पास सभी दस्तावेज समय पर जमा करा दिए हैं। तहसील दफ्तर के अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही से किसानों को योजना का समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस स्कीम के तहत छोटे और सीमांत किसान परिवारों को हर साल 6000 रुपए दिए जाने हैं। ऐसे किसान परिवार जिनकी कुल जमीन 2 हेक्टेयर तक है। उन्हें इस योजना का लाभ मिलना है।
विभागों की लापरवाही
तहसीलदार के अनुसार एलजी कोड नहीं मिलने एवं आधार कार्ड में नाम वर्तनी में त्रुटियां होने की वजह से देरी हो रही है। ऐसे में जानना जरूरी है कि पंचायती राज विभाग को एलजी कोड प्रदान करना था। जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह कोड शायद पंचायती विभाग समय पर उपलब्ध नहीं करा पाया होगा। इन विभागों की लेट-लतीफी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि डिजिटल इंडिया के तहत सभी गांवों का कोड बनाया गया है। इसी कोड के आधार पर किसान सम्मान से जुड़ी योजनाओं को केन्द्र सरकार सत्यापित कर रही है।
योजना का लाभ दिए जाने की मांग
किसान योगराज ठाकरे, संदीप कड़वे, मिश्रीलाल पटले, कमल टेम्भरे, भोजसिंह ठाकरे, चंपालाल बोकड़़े, मुकेश गौतम, शंकरलाल टेम्भरे, गणेश राहंगडाले, पतिराम गाड़़ेकर, राजेश राहंगडाले, हरलाल मानेश्वर, प्रभुदयाल पटले, राजेन्द्र कुर्वे सहित अन्य किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौपते हुए शीघ्र ही किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाने की मांग की है।
इनका कहना है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में समस्या पूरे प्रदेश में आई है। खासतौर से नगरीय किसानों के साथ क्षेत्र के करीब साढ़े 6 हजार किसानों के आधार कार्ड या फिर एलजी कोड नहीं मिलने की वजह से देरी हुई है। कार्य प्रांरभ है जैसे ही त्रुटियों समाप्त होगी किसानों के खातों में राशि जमा होगी।
शैलेन्द्र कुमार राय, तहसीलदार कटंगी

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