कटंगी/तिरोड़ी। जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली सर्वाधिक विवादित ग्राम पंचायत चाकाहेटी के सरपंच-सचिव की अब एक और नई मनमानी सामने आई है। इस पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा पंचायत के द्वारा निर्मित 3 माध्यमिक शाला भवनों में विद्युतीकरण
कार्य करने वाले व्यक्ति अजय पाल को भुगतान नहीं कर रहे हैं। पीडि़त व्यक्ति जनपद में कई बार शिकायत कर चुका है। लेकिन इसके बाद भी भुगतान नहीं किया गया। आखिरकार पीडि़त के द्वारा सीएम हेल्पलाईन में शिकायत की। इसके बाद कलेक्टर एवं मिशन संचालक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कटंगी, बीआरसी/उपयंत्री जनपद शिक्षा केन्द्र को शिकायत की एक-एक प्रति भेजकर 3 दिनों के भीतर समस्या का निराकरण करने के निर्देश मिलें। लेकिन 6 महीने का समय बीतने के बावजूद अब तक पीडि़त को न्याय नहीं मिल पाया है।
पीडि़त अजय पाल ने बताया कि उसके द्वारा चाकाहेटी पंचायत के तीन शासकीय शाला भवनों में विद्युतीकरण का कार्य किया गया। जिसका भुगतान 84 हजार 6 सौ रुपए उसे आज तक नहीं मिला है। इसके बाद उसने सीएम हेल्पलाईन में 18 नवबंर 2017 को शिकायत की थी। शिकायत के बाद उक्त अधिकारियों को 3 दिन के भीतर निराकरण करने को कहा गया। लेकिन आज तक निराकरण नहीं किया गया और ना ही उसे भुगतान प्रदान किया गया। पीडि़त ने बताया कि वह लचर प्रशासनिक व्यवस्था से बहुत परेशान है तथा अगर यहीं हाल रहा तो वह शीघ्र ही कोई गलत कदम उठा लेगा। जिसकी सारी जवाबदारी अधिकारियों की होगी।
वन्यप्राणी सांभर की बचाई जानकटंगी। क्षेत्र में इस वर्ष होने वाली कम वर्षा और वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण वनों में निवास करने वाले वन्यप्राणी पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। जंगल में पानी की कमी के कारण वन्यप्राणी पानी की तलाश में आबादी की ओर आ रहे हैं। ताजा मामला कोड़मी से प्रकाश में यहां है। यहां नहलेसरा जलाशय में पानी पीने के लिए पहुंचे एक सांभर को शुक्रवार के दिन आवारा श्वानों ने दौड़ा-दौड़ा कर बदहवास कर दिया। हालाकिं जागरुकजनों ने किसी तरीके से वन्यप्राणी को सुरक्षित बचा लिया। आशीष पांडे ने वन्यप्राणी को जंगल तक सुरक्षित पहुंचाया। जानकारी के अनुसार पानी की तलाश में अधिकांश वन्यप्राणी गांवों की तरह या जलाशय में आ रहे हैं। हालाकिं मूक प्राणियों को अवैध शिकार से बचाने वन विभाग भी सतर्क हो गया है।
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