सबूत जुटाने के दौरान आरोपी धीरेन्द्र प्रताप सिंह को किसी से बात नहीं करने दी गई। उसकी मां और व बहन पीछे-पीछे दौड़ती रहीं। धीरेन्द्र के साथ पुलिस टीम के एक निरीक्षक, तीन उपनिरीक्षक और 5 पुलिसकर्मी भी साथ आए और करीब आधा घंटा उसके घर की तलाशी ली गई। पुलिस ने आरोपित से यह भी पूछा कि घटना के दिन क्या हुआ था और उससे पूछताछ करते हुए मौके पर दोबारा जांच पड़ताल की। हालांकि इस दौरान टीम ने मीडिया को कुछ भी नहीं बताया। धीरेन्द्र सिंह के घर की तलाशी के दौरान उसके अधिवक्ता भी मौजूद थे।
बताते चलें कि बलिया के दुर्जनपुर में कोटे की दुकान के लिये आयोजित खुली पंचायत में अधिकारियों की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या करने के मामले में मुख्य हत्यारोपी बीजेपी नेता धीरेन्द्र प्रताप सिंह को बीते रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बलिया पुलिस ने कोर्ट से उसकी सात दिन की रिमांड मांगी थी। पुलिस की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 48 घंटे की रिमांड मंजूर की है। इस मामले में आठ नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इनमें से 10 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं, पुलिस का कहना है कि बाकी बचे तीन नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश चल रही है।
By Amit Kumar