यह एनाकोंडा नहीं बल्कि एक
अजगर था, जो बलिया जिले के नगरा थानान्तर्गत सिकन्दरपुर मार्ग पर डूमाडाड के नजदीक एक मांद में था। जब तक वह छिपा था लोगों को पता नहीं था। शनिवार को सांप सुबह-सुबह अचानक अपनी मांद में से निकल आया। सुबह वह लबे सड़क पड़ा था इसी दौरान गांव के ही दो किशोर सुजीत व सुनील ने देखा तो उनकी हालत खराब हो गयी। आज उन लड़कों ने सपने में भी इतना बड़ा सांप नहीं देखा था।
वह दौड़का गांव की ओर भागे और ग्रामीणों को जानकारी दी। इसके बाद मौके पर बड़ी तादाद में गांव वले पहुंचे ता वह भी इतना बड़ा अजगर देखकर हैरान रह गए। तुरंत पुलिस को इसकी खबर दी गयी। मौके पर पहुंचे नगरा थानाध्यक्ष और उनकी टीम ने गांव वालों के साथ मिलकर सांप को नियंत्रित करना चाहा पर उनके पसीने छूट गए। वन विभाग को सांप होने की खबर दी गयी। हालांकि उसके पहले ही पशु चिकित्सालय नगरा के फार्मासिस्ट प्रभात कुमार सिंह ने दिलेरी दिखायी और अजगर को किसी तरह नियंत्रण में कर एब बड़े से बोरे में कैद किया।
वहां भीड़ देखकर अजगर दोबारा मांद में घुस गया था। वहां से उसे निकालना बड़ा मुश्किल हो गया था। इसी बीच प्रभात कुमार ने उसके मुंह को जकड़ लिया ओर लोगों की मदद से किसी तरह उसे निकालकर बड़े से बारे में कैद किया गया। गांव वालों की मानें तो अजगर काफी दिनों से वहां दिख रहा थ। कुछ लोगों का दावा यह भी था कि कभी-कभी उसे बाहर घूमते देखा गया, पर अब जब वह सामने आया तो उसका आकार देखकर सब लोग डर गए। एसओ नगरा ने बताया कि अजगर को वन विभाग के हवाले कर दिया गया है।
By Amit Kumar