जी हां लोनिवि डाकबंगले के चौकीदार रामकृष्ण ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायक कन्नौजिया गुरुवार शाम को 4 बजे डाक बंगले पर पहुंचे। उन्होंने उससे कमरा खोलने को कहा। रामकृष्ण के अनुसार उसने सभी कमरों के बुक होने का हवाला दिया। इसपर विधायक ने लोनिवि के किसी अधिकारी से बात की। इसके बाद विभाग के एक इंजीनियर का उसके पास फोन आया। उन्होंने विधायक के लिए विभागीय कार्यालय का ही कमरा खोलकर बैठाने को कहा।
कर्मचारी का आरोप है कि वह कमरा खोलकर विधायक को बैठा रहा था तभी वह भड़क गए और अपशब्द बोलते हुए उसे दो-चार थप्पड़ जड़ दिए। दूसरी ओर, विधायक ने मारपीट की किसी भी घटना से इनकार किया है। हैरानी की बात ये है कि 20 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक विभाग की तरफ से विधायक के खिलाफ तहरीर देने तक की हिम्मत नहीं जुटाई गई जबकि वीडियो में पीड़ित चौकीदार रामकृष्ण साफ कहते सुने जा रहे हैं कि उन्हे विधायक ने ही थप्पड़ मारा है।
अधिशासी अभियंता से विधायक ने कमरे में की बात डाक बंगले के अन्य कर्मचारियों कि मानें तो जैसे ही मामले की जानकारी पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता एसडी कन्नौजिया को हुई तो वो भी वहां पहुंच गये। पहले तो वो कार्रवाई की बात कर रहे थे लेकिन विधायक ने उन्हे एक कमरे में ले जाकर इस इस तरह समझाया कि वो अब इसम मामले में कुछ बोल नहीं रहे हैं। कुल मिला जुलाकर मामला को दबाने की कोशिश की जा रही है ऐसा कर्मचारियों का कहना है। वहीं पत्रिका से बातचीत में कुछ ने कहा कि अगर विधायक ने सबसे सामने माफी नहीं मांगी तो हम उनके इस दुर्व्यहार को लेकर प्रदर्शन करेंगे।