लड़की 18 साल की रानी थी, जो अपने परिजनों के साथ बलिया का ऐतिहासिक ददरी मेला देखने आयी थी। बांसडीह थानाक्षेत्र के टांगरौली गांव की रहने वाली रानी पुत्री रविन्द्रनाथ बीए की छात्रा थी। पिता लखखनऊ में दरोगा के पद पर तैनात हैं, जबकि मां गीता देवी गांव की प्रधान हैं। रविवार को अपनी बुआ और चाची के साथ ददरी मेला घूमने आयी थी। कथित तौर पर रीना की बारी आयी तो वह करीब ऊंची चर्खी पर बैठी और जैसे ही उसने घूमना शुरू किया वह सेल्फी लेने लगी। इसी दौरान अचानक कुछ हुआ और वह अपने बॉक्स से गिरकर सीधा नीचे जमीन पर आ गयी।
जिस मेले में वह बड़े ही उत्साह और रोमांच से आयी थी वह उसके लिये दुनिया का आखिरी मेला साबित हुआ। उधर बेटी की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि अगर मेले में फर्स्ट ऐड दिया जाता तो शायद रानी बच जाती, पर नगर पालिका की दुर्व्यवस्था के चलते उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। बड़ी बात यह कि जहां यह घटना हुई उससे 100 मीटर दूर पर ही मेला चिकित्सालय बनाया गया है। बावजूद इसके वहां तैनात चिकित्सकों को इस घटना की जानकारी तक नहीं थी।
इसपर नगर पालिका चेयरमैन अजय कुमार से जब घटना की बाबत पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि हमें जानकारी केवल इतनी मिली है कि कोई लड़की सेल्फी लेते हुए झूले से गिर गयी, हम घटना की जांच कराएंगे।
By Amit Kumar