परिजनों ने इन सभी के खिलाफ मंजरी राय पर फर्जी पेमेंट का दबाव बनाने का आरोप लगाया था। पुलिस को इस संबंध में मंजरी राय का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा बयान की थी। इस घटना के बाद बलिया में हड़कंप मच गया था। मामले में बलिया शहर कोतवाली में केस दर्ज होने के बाद भी पुलिस इस केस में अभी तक महज आरोपी ड्राइवर और कम्प्यूटर ऑपरेटर को गिरफ्तार कर सकी थी।
इस मामले में मुख्यारोपी भीम गुप्ता लगातार फरार चल रहा था। पुलिस उसकी तलाश ही नहीं कर पा रही थी। कोर्ट से भीम गुप्ता के खिलाफ एनबीडब्लू भी जारी हो चुका था, जिसकी मुनादी भी कराई जा चुकी थी। इसी बीच बुधवार को ईओ मंजरी राय सुसाइड केस के मुख्यारोपी भीम गुप्ता ने नलिया सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया और पुलिस को भनक तक नहीं लग सकी।