ये था पूरा मामला
मामला बलिया जिले के नरहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है। नरहीं क्षेत्र के इटहीं निवासी बबलू गिरी पत्नी का प्रसव कराने बुधवार को सीएचसी नरहीं लेजाकर भर्ती कराया, जहां पत्नी को नॉर्मल से बच्ची पैदा हुई। यहां तक तो सब ठीक था, पर इसके बाद की कहानी मानवता को शर्मसार कर देने वाली हैँ आरोप है कि एएनएम ने डलिविरी कराने के रुपये मांगे और न देने पर डिस्चार्ज करने से मना कर दिया। अपनी गरीबी का हवाला दिया, लेकनि आरोपी हेल्थ विजिटर पर इसका असर नहीं पड़ा। हारकर पीड़ित बबलू अपनी पत्नी का मंगलसूत्र बेचकर 2000 रुपये ले आया। रुपये देने के बाद वह पत्नी को डिस्चार्ज कराकर घर ले गया। पीड़ित बबलू गिरी द्वारा इसकी शिकायत भी की गई।
मामले ने तूल पकड़ तो हुई सस्पेंड
जब मामले ने तूल पकड़ा तो सीएचसी अधीक्षक साकेत बिहारी मौके पर पहुंचे और पूरा मामला जानने के बाद पीड़ित को अपने जेब से 2000 रुपये निकालकर वापस लौटाए। उन्होंने कहा कि यह गलती अक्षम्य है। उच्चाधिकारियों को पूरी घटना से अवगत करा रहा हूं। मानवता को शर्मसार करने वाले इस कृत्य के लिये कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उधर इस घटना के संज्ञान में आने के बाद सीएमओ बलिया डॉ. जितेन्द्र पाल ने नरहीं अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर हेल्थ विजिटर पुष्पा राय को सस्पेंड कर जांच बैठा दी है।
By Amit Kumar