बालोद

देवी मंदिरों में लगा रहा भक्तों का तांता, हवन के बाद निकली ज्योत जंवारा की झांकियां

चैत्र नवरात्रि की अष्टमी व नवमी एक साथ होने के कारण सुबह से ही देवी मंदिरों में हवन-पूजन का दौर चलता रहा। कई जगह हवन के बाद ज्योत जंवारा का विसर्जन भी किया गया।

बालोदApr 14, 2019 / 12:34 am

Chandra Kishor Deshmukh

देवी मंदिरों में लगा रहा भक्तों का तांता, हवन के बाद निकली ज्योत जंवारा की झांकियां

बालोद @ patrika. चैत्र नवरात्रि की अष्टमी व नवमी एक साथ होने के कारण सुबह से ही देवी मंदिरों में हवन-पूजन का दौर चलता रहा। कई जगह हवन के बाद ज्योत जंवारा का विसर्जन भी किया गया।

मां गंगा मैया झलमला में ज्योत जंवारा का विसर्जन
नगर सहित अंचल में महा अष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। सभी देवी मंदिरों में माता के भक्तों की भीड़ देखने को मिली। वहीं जिले के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल मां गंगा मैया झलमला में ज्योत जंवारा का विसर्जन किया गया। जंवारा विसर्जन की इस शोभायात्रा की झलक पाने आस-पास के गावों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। मां गंगा मैया के गर्भ गृह से 51 ज्योत जंवारा को कुंवारे लड़के सिर पर धारण कर बांधा तालाब ले गए।

माता की विदाई में छलक पड़े भक्तों के आंसू
नौ दिनों तक माता की आराधना के बाद जब ज्योत जंवारा विसर्जन का दिन आया तो माता के भक्तों की आंखें छलक पड़ीं। जैसे ही गंगा मैया मंदिर के गर्भगृह से ज्योति कलश को जयकारों की घोष और भजन मंडली के सेवा गीतों के साथ बाहर निकाला गया, भक्त भावविभोर हो गए। माता की इस अदभुत विसर्जन यात्रा का हर कोई साक्षी बनने आतुर था। ज्योत जवारा विसर्जन के दौरान लगभग आधे घंटे तक बालोद -झलमला मार्ग पर आवाजाही बंद रही। कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में यह विसर्जन यात्रा निकाली गई।

जगह-जगह हुआ महा प्रसाद वितरण
अंचल के सभी देवी मंदिरों, गांवों के शीतला देवालय एवं घरों में मनोकामना ज्योतिकलश प्रज्जवलित करने वालों के यहां महा अष्टमी पर विशेष पूजन व हवन हुआ। हर तरफ झांझ, मंजीरा और ढोलक की थाप पर गंूजते जसगीत और माता के जयकारे से माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक और उत्सवी हो चला था। हवन के बाद जगह-जगह महाप्रसाद वितरण किया गया। भंडारों में भी प्रसाद ग्रहण करने भक्तों का तांता लगा रहा। दोपहर से शुरू महाप्रसाद वितरण का दौर देर शाम तक चलता रहा।

 

भगवान श्री राम के जन्मोत्सव पर राममय हो गया पूरा नगर
बालोद @ patrika . भगवान श्री राम के जन्मोत्सव पर पूरा नगर राममय हो गया। जहां नजर दौड़ओ वहां तक भगवा रंग के तोरण-पताके और श्रीराम लिखे झंडे नजर आ रहे थे। वहीं राम मंदिरों में सुबह से रात तक दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। दिनभर लोग भजन-कीर्तन में रमे रहे। चारों ओर श्रीराम के नारे गूंज रहे थे। जगह-जगह भए प्रगट कृपाला, दीन दयाला, कौशल्या हितकारी.. की धुन बजती रही।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व गौ हत्या बंद करने का संदेश दिया

शाम को शीतला मंदिर परिसर से शोभायात्रा निकली जो नगर के जय स्तम्भ चौक, मधु चौक, हलधर नाथ योगी व सदर मार्ग फौवारा चौक होते हुए शीलता मंदिर पहुंची। रंगारंग आतिशबाजी ने सबका दिल जीत लिया। नगर में पहली बार भगवान राम व हनुमान की विशाल झांकी के साथ शोभा यात्रा निकाली गई।इस झांकी के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व गौ हत्या बंद करने का संदेश दिया।

जगह-जगह पुष्पवर्षा से हुआ झांकी का स्वागत
हजारों की संख्या में राम भक्त सिर पर भगवा गमछा लेकर निकले थे। मोटर साइकिलों में श्री राम के झंडे लगाकर निकले लोगों का पुष्प वर्षा के साथ भगवान राम व हनुमान जी का स्वागत किया गया। पूरा नगर जय श्रीराम के जयकरों से गूंजता रहा। इस दौरान कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच झांकी गुजरती रही। वहीं डीजे, बैंड व अखाड़े के प्रदर्शन के साथ पारंपरिक नृत्यों और गीतों में युवा थिरकते रहे। जय बजरंग अखाडा दल ने तो लोगों को हैरत में ही डाल दिया। ट्रेक्टर पर ही मलखम गड़ाकर उसी में ही अखाड़ा दिखाने लगे।

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