गुंडरदेही ब्लॉक में हुई वसूली श्रम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक़ श्रम कार्ड बनाने के मामले में गुंडरदेही ब्लॉक में लोगों से पैसे की वसूली की गई है। श्रम विभाग ने जब श्रम कार्ड के आवेदनों और राजमाता विजयाराजे कन्या विवाह योजना की जांच करने पहुंचे तो गुंडरदेही ब्लॉक में दो व्यक्तियों द्वारा श्रम कार्ड बनाकर देने के बदले ग्रामीणों से 500 से 1500 रुपए की वसूली की बात सामने आई। मामले में ग्रामीणों से जल्द कार्ड बनाने के नाम पर पैसे तो ले लिए, लेकिन उन्हें श्रम कार्ड बनाकर नहीं दिया।
महज 10 रुपए में बनता है श्रम कार्ड जिला श्रम अधिकारी की माने तो श्रम कार्ड बनाने के लिए रुपए मांगने वालो में एक तो सरपंच पति है, वहीं दूसरा अधिकारियों तक अपनी पहुंच का धौंस दिखाता है। श्रम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, श्रम अधिकारी से श्रम कार्ड बनवाने पर महज 10 रुपए शुल्क लगता है, वहीं च्वाइस सेंटर से श्रम कार्ड बनवाने पर 20 से 30 रुपए लगता है। इससे ज्यादा की रकम नहीं ली जा सकती है।
इस तरह हुआ खुलासा वत्र्तमान में श्रम विभाग द्वारा श्रम कार्ड निर्माण और विजयाराजे कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आए सैकड़ों फर्जी आवेदनों की जांच की जा रही है। विभाग के अधिकारी-कर्मचारी आवेदनकर्ताओं के घर जाकर जांच कर रहे हैं की उनके आवेदन सही है या फर्जी। इस दौरान कुछ आवेदकों ने बताया कि उनसे श्रम कार्ड बनाने के एवज में पैसे लिए गए हैं, लेकिन कार्ड अब तक नहीं बनाकर दिया गया है। इस पर श्रम विभाग के अधिकारियों ने मामले की पड़ताल की और दलालों तक पहुंची।
जल्द होगी दोनों पर कार्रवाई श्रम अधिकारी अशोक चौरसिया ने बताया कि गुंडरदेही ब्लॉक के दो लोगों पर श्रम कार्ड बनाने के नाम पर रुपए मांगने की बात सामने आई है। इन दोनों के नाम और गांव का पता चल गया है। इस मामले का प्रतिवेदन जल्द ही पुलिस विभाग को दिया जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।