प्रभारी प्रधान पाठिका अनामिका देशलहरे ने शिक्षक राम सिंह पर आरोप लगाया कि वे लापरवाह हैं और देर से स्कूल पहुंचते हैं। साथ ही अन्य आरोप भी लगाए। प्रभारी प्रधान पाठिका ने मामले में शाला प्रबंधन समिति की न बैठक ली और बिना किसी सूचना के सीधे शिकायत कर दी। इस तरह की बात होने पर पहले शाला प्रबंधन समिति में बात रखनी चाहिए।
शाला प्रबंधन समिति के अनुसार प्रभारी प्रधान पाठिका ने अभी तक किसी तरह की सूचना नहीं दी थी। जांच अधिकारी भी आए और प्रभारी प्रधान पाठिका से बात की और चले गए। निलंबित शिक्षक ने कहा कि सही जांच नहीं की गई और एकपक्षीय बयान लिया गया। एबीईओ मोहनी यादव एवं ऊषा ठाकुर ने मामले की जांच की है। शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई और जांच अधिकारी पर भी अब सवाल भी उठ रहे हैं।
शिक्षक राम सिंह के निलंबन के खिलाफ शिक्षक संगठन में विरोध उतरने की तैयारी में है। जांच अधिकारी और शिकायकर्ता के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। इधर ग्रामीण प्रकाशचंद ने बताया कि शिक्षक अच्छे से पढ़ाई कराते हैं, जिसकी जानकारी बच्चों ने भी दी है। वहीं शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष के पति चन्द्रहास चक्रधारी ने भी बताया कि प्रभारी प्रधान पाठिका ने किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी थी। लोग मामले की उचित जांच और निलंबन आदेश वापस लेने की मांग को लेकर जिला शिक्षा विभाग पहुंचे थे, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई।
इधर ग्रामीण शंतानु निषाद, रेवा साहू, प्रकाश चन्द पटेल, राम नारायण निषाद, जीवन राम नारायण, रोहित, बीरबल ठाकुर ने कहा कि अगर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई नहीं हुई तो स्कूल में तालाबंदी की जाएगी।