पानी सप्लाई होते ही फट जाती है पाइप
जगन्नाथपुर के सरपंच अरुण साहू ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत बिछाई जा रही पाइप आए दिन फट रही है। 2 दिन पहले भी फटी थी। अब तक 50 से भी ज्यादा बार पाइप फट चुकी है। हम परेशान हो चुके हैं। मरम्मत करवाते-करवाते थक चुके हैं। गलत तरीके से पाइप बिछाई जा रही है। टंकी से पानी सप्लाई शुरू होने के कुछ देर बाद कहीं पर भी पाइप फट जाती है। संबंधित ठेकेदार ने गड़बड़ी की है। शिकायत के बाद भी पीएचई ध्यान नहीं दे रहा है।
पाइप बिछाते समय नहीं डाली जा रही रेत
सरपंच अरुण साहू ने बताया कि गड्ढा खोदने के बाद वहां पहले रेत डाली जाए फिर पाइप बिछाई जाए। फिर उसके ऊपर दोबारा रेत डाली जाए। ताकि पाइप पर सीधा धक्का ना पहुंचे और कहीं कोई टूट-फूट ना हो। लेकिन जल जीवन मिशन के कार्य में रेत नहीं डाली जा रही है। इस वजह से भी कई जगह पाइप फूट रही है। इससे पाइप की क्वालिटी को लेकर भी सवाल उठ रहा है।
26 लाख का हो रहा है काम
गांव में जल जीवन मिशन के तहत करीब 26 लाख खर्च कर पाइप लाइन बिछाई जा रही है। वहीं जगन्नाथपुर से बालोद मार्ग का चौड़ीकरण भी हो रहा है। यहां अक्सर वाहनों का दबाव भी रहता है। सड़क किनारे पाइप ज्यादा फट रहे हैं। जैसे ही कुछ गाडिय़ां गुजरती हैं, पाइप फट जाती है। पानी लीकेज होने लगता है।
ठेकेदार का पेमेंट रोका, फोन नहीं लग रहा
पीएचई के सब इंजीनियर योगेश्वरी जोशी ने बताया कि पाइप बार-बार फटने की शिकायत आई है। इसके पीछे वजह पानी का प्रेशर अधिक होना हो सकता है। हमने संबंधित ठेकेदार का पेमेंट फिलहाल रोक दिया है। उन्हें 3 दिन से कॉल भी कर रहें, लेकिन नंबर नहीं लग रहा है। वे रायपुर के रहने वाले हैं। इस समस्या को दूर करने एक वाल्व लगाने की जरूरत है। ताकि पानी का प्रेशर कम हो और पाइप फटने की शिकायत ना आए। रेत नहीं डालने को लेकर उन्होंने कहा कि यह हमारे एस्टीमेट में नहीं है। सभी टेस्ट होने के बाद ही पाइपलाइन बिछाई जाती है। क्वालिटी से समझौता नहीं हो रहा है।