बालोद

चक्रवाती घेरे के कारण बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, चना, गेहूं की फसल को नुकसान

द्रोणिका व चक्रवाती घेरे के कारण जिले में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई। तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सबसे अधिक बारिश गुंडरदेही व अर्जुंदा तहसील में हुई।

बालोदMar 19, 2024 / 11:47 pm

Chandra Kishor Deshmukh

चक्रवाती घेरे के कारण बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, चना, गेहूं की फसल को नुकसान

ba;od weather news द्रोणिका व चक्रवाती घेरे के कारण जिले में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई। तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सबसे अधिक बारिश गुंडरदेही व अर्जुंदा तहसील में हुई। हालांकि जिले में ओलावृष्टि की जानकारी नहीं है। कृषि व मौसम विभाग अपने स्तर पर जानकारी ले रहे हैं। बारिश के कारण चना, गेहूं की कटी फसलों को नुकसान होने की खबर है।

परिवहन नहीं होने से धान को नुकसान

जिले के केंद्रों में धान खरीदी पूरा होने के ढाई माह बाद भी परिवहन नहीं होने से धान को नुकसान होने की आशंका है। बारिश के बाद खाद्य अधिकारी की टीम ने विभिन्न केंद्रों का दौरा किया। खरीदी केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि धान को नुकसान नहीं होना चाहिए।

मौसम में बदलाव से तापमान में गिरावट
कुछ दिनों से गर्मी तेज थी। सोमवार की शाम मौसम में परिवर्तन आया और बदली छाई रही। मंगलवार की सुबह तेज गर्मी, दोपहर को बदली छाई रही एवं शाम को बारिश हुई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। जिले का अधिकतम तापमान 28 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 17 डिग्री दर्ज किया गया।

10 लाख 75 हजार क्विंटल धान जाम
जिले में इस साल धान का परिवहन काफी धीमा है। इससे केंद्रों में धान को नुकसान हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी को इससे कोई मतलब नहीं है। हर बार यही जवाब आता है कि धान का परिवहन तेजी से किया जा रहा है।

तेज हवा से झड़ गए आम के बौर

तेज हवा के साथ बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान आम की फसल व मुनगा पर पड़ा है। बारिश के कारण आम के बौर झड़ गए। यही हाल मुनगा का भी है।

आगे इस तरह रहेगा मौसम
मंगलवार को बारिश के बाद बुधवार को भी बदली छाई रहेगी। हालांकि हल्की धूप भी खिल सकती है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री रहने का अनुमान है। 21 मार्च से मौसम खुल जाएगा। इसके बाद तेज गर्मी पड़ेगी।

केंद्रों में धान नहीं भीगा
बालोद जिला खाद्य अधिकारी टीआर ठाकुर ने कहा कि मौसम में बदलाव के कारण बारिश हुई है। हमारी टीम ने विभिन्न खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। सभी जगहों पर धान ढंका मिला। कहीं भी धान भीगने की खबर नहीं है।

ओलावृष्टि नहीं हुई
उपसंचालक कृषि विभाग जीएस ध्रुव ने कहा कि जिले में बारिश हुई है। कहीं भी ओलावृष्टि की खबर नहीं है। बारिश से फसल प्रभावित होने की जानकारी मंगाई है। किसी तरह की नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।

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