पुलिस ने मामले में चिरईगोड़ी के 7 संदेहियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस मंगलवार या बुधवार को इस मामले पर बड़ा खुलासा कर सकती है। हालांकि परिजनों व ग्रामीणों ने हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। वहीं घटना से नाराज लोगों ने जमकर हंगामा भी किया और कहा जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तब तक पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे। हालांकि डीएसपी व एसडीओपी दिनेश सिन्हा के आश्वासन के बाद परिजन भी शांत हुए।
इस घटना के चश्मदीद हेमंत कुमार छत्री ने बताया कि सरपंच ओमकार सुबह 9 बजे आए और कहा कि चलो खेत घूमकर आते हैं। जिसके बाद खेत घूमने गए। चिरईगोड़ी स्थित एक खेत सरपंच ने खरीदा है, जिसमें धान बोया है। चिरईगोड़ी के 6 लोग खेत में थे। जिसमें पांच पुरुष व एक महिला शामिल है। ये सभी लोग ओमकार से कहने लगे कि इस खेत में क्यों धान बोया है। विवाद शुरू हुआ और मारपीट करने लगे। मुझे भी खेत में पकड़कर मारपीट करने लगे। कहा कि यहां से भाग जाओ, जिसके बाद वह घर आया। घटना की पूरी जानकारी परिजनों को दी। जब खेत में जाकर देखा तो कोई नहीं था। बाद में जानकारी हुई कि सरपंच की हत्या कर खेत में ही दफना दिया है।
जांच में जुटी बालोद पुलिस इस मामले में भी कुछ भी कहने से बच रही है। हालांकि परिजनों से पूछताछ में प्रारंभिक जांच में मामला जमीन विवाद व आपसी रंजिश का लग रहा है। मामले की जांच के बाद ही पुलिस कुछ कह पाएगी।
अशोक पिता कामता राम (37), कामता पिता स्व. पंचम राम (60) हेमन्त साहू पिता गुहाराम (45), नेमीचंद उर्फ नवीन कुमार पिता हरीशचंद (25), ईश्वरी साहू पति अशोक साहू (32), सरस्वती साहू पति हेमन्त साहू (38), हरीशचन्द्र सार्वा पिता पंचम सार्वा (52) सभी चिरईगोंड़ी।
मृतक ओमकार के भाई तोषन साहू, पुराणिक साहू ने कहा कि मेरे भाई के सभी हत्यारों को पुलिस गिरफ्तार करें। कड़ी सजा दे। परिजनों ने पुलिस को सात लोगों की सूची सौंपी है, जिन पर हत्या करने का आरोप लग रहा है। गवाह व परिजनों के कहने पर पुलिस ने संदेह के आधार पर 7 लोगों से पूछताछ कर रही है। परिजनों के मुताबिक मृतक सरपंच के दो बेटी व एक बेटा हैं, लेकिन इस घटना के बाद गांव व परिवार सदमे में है।