बालोद जिले में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहा है। रोजाना 200 से अधिक संक्रमित मिल रहे हैं। कोरोना जान भी ले रहा है। 24 घंटे में जिले में कोरोना से 14 लोगों की मौत हुई है। जिले में कोरोना के बेकाबू व भयानक स्थिति को देखते हुए रोजाना कलेक्टर अधिकारियों के साथ बैठक ले रहे हैं। कहीं बेड नहीं मिल रहा है तो कहीं मरीज लगातार अस्पतालों के चक्कर लगाने मजबूर हो रहे हैं। जिला प्रशासन लगातार व्यवस्था सुधारने में लगा है, लेकिन उनकी व्यवस्था कोरोना संक्रमण के आगे कम पड़ रही है।
बालोद जिले में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 2948 हो गई है। जानकारी के मुताबिक कोरोना से 6 और मौत हुई है। अब तक कोरोना से 148 लोगों की मौत हो चुकी है। जिलेभर में विभिन्न जगहों और गांव में शिविर लगाकर बुधवार को 1766 लोगों की कोरोना जांच की गई। अभी तक 10,864 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। 1953 कोरोना संक्रमित लोग अपने घर पर इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में अप्रैल के 4 दिनों में ही कोरोना के रिकॉर्ड 3401 मरीज मिले हैं। कोरोना संक्रमण काल में यह पहली बार है, जब 14 दिनों में ही कोरोना के इतने मरीज मिले हैं।
वर्तमान में जो कोरोना संक्रमित आ रहे हैं, उसमें से कई मरीजों को सांस लेने में तकलीफ है। जिला कोविड-19 अस्पताल में इन दिनों 81 मरीजों को ऑक्सीजन लगा है। वहीं 6 मरीज वेंटिलेटर पर है। कोरोना अस्पताल प्रबंधन की माने तो एक ही दिन में 180 ऑक्सीजन जम्बो सिलेंडर खत्म हो रही है। रोजाना रिफलिंग के लिए भेजा जा रहा है। हालांकि प्रशासन और भी जगहों पर अस्थायी अस्पताल बना रहा है। जहां संक्रमित मरीजों को रखा जाएगा। जिला कोविड अस्पताल में 100 का बेड है, लेकिन यहां भी 107 मरीज भर्ती है।