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बालोद

लॉकडाउन में फंसी कैंसर पीडि़त बच्ची, नहीं जा सकी इलाज के लिए मुंबई, अब काटना पड़ेगा पैर

बालिका के घुटने का ट्यूमर अधिक बढ़ जाने से अब पैर काटने की नौबत आ पड़ी है। परिजनों के निर्णय पर बालिका को रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया है।

बालोदJun 20, 2020 / 05:58 pm

Dakshi Sahu

लॉकडाउन में फंसी कैंसर पीडि़त बच्ची, नहीं जा सकी इलाज के लिए मुंबई, अब काटना पड़ेगा पैर

लॉकडाउन में फंसी कैंसर पीडि़त बच्ची, नहीं जा सकी इलाज के लिए मुंबई, अब काटना पड़ेगा पैर

बालोद/ दल्लीराजहरा. जिले के ग्राम थनौद मेें रहने वाली कैंसर पीडि़ता दीपा जोगी के इलाज के लिए डीबी गु्रप दल्लीराजहरा की पहल पर मुंबई के अस्पताल में बुलाया गया था, लेकिन लॉकडाउन के कारण 3 माह तक मुंबई नहीं जा पाई। बालिका के घुटने का ट्यूमर अधिक बढ़ जाने से अब पैर काटने की नौबत आ पड़ी है। परिजनों के निर्णय पर बालिका को रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया है, जहां गरीब परिवार की इस बालिका का इलाज आयुष्मान योजना के तहत किया जाएगा।
डीबी गु्रप दल्लीराजहरा के अध्यक्ष दीपक साहू ने बताया कि 7 माह पहले संस्था को पता चला कि गुरुर विकासखंड के ग्राम थनौद में रहने वाली दीपा जोगी के घुटने में चोट के कारण ट्यूमर बढ़ता जा रहा है। अखबार के माध्यम से पता चला कि उसे कैंसर भी हो गया है। जिसका एकमात्र इलाज था, पैर काटना। यह खबर जब डीबी गु्रप को मिली तो तत्काल उसके माता-पिता से संपर्क किया गया।
प्रथम चरण में इलाज के लिए डीबी गु्रप के सचिव पवन सोनी के मार्गदर्शन में मुंबई के एसएल रहेजा अस्पताल के डॉ. आडवाणी से चर्चा की गई। दीपा जोगी को ईश्वरी प्रसाद सिन्हा एवं परिवार सदस्यों के साथ तत्काल मुंबई ले जाया गया। मुंबई हेल्पिंग ह्यूमन के असलम अंसारी के सहयोग से उनके रहने-खाने का इंतजाम किया गया। गु्रप सदस्य ने डॉ. आडवाणी को संस्था के कार्यों की जानकारी दी गई। इसके लिए दीपा जोगी को उनके अस्पताल में लाया गया है।
डॉ. आडवाणी ने बालिका के इलाज में सहयोग किया और खर्च को कम कर दिया। विभिन्न टेस्ट के बाद पुन: मुंबई बुलाया था। इसके बाद वे घर लौट आए। फिर 25 मार्च से लॉकडाउन लग गया। इसके कारण वे मुंबई नहीं जा सके। बालिका का ट्यूमर बढ़ गया। उसे बाल्को अस्पताल ले गए, जहां से एम्स रेफर कर दिया गया।
एम्स के डॉक्टर ने अब बालिका के पैर को काटने की बात कही गई। बालिका के परजिनों से चर्चा की गई। परिजनों ने निर्णय लिया कि बच्ची का पैर काटना ही पड़ेगा। वर्तमान में दीपा जोगी रायपुर एम्स अस्पताल में भर्ती है। अब दीपा का इलाज आयुष्मान योजना के तहत किया जाएगा।
संस्था अध्यक्ष ने बताया कि डीबी गुु्रप के माध्यम से अभी तक यमन, माही, श्रेयांस, सेजल, दिव्यानी एवं दीपा जोगी का इलाज कराया जा रहा है। सदस्य दीपक थवानी, पवन सोनी, सुमित जैन, हेमंत, लक्ष्मण, भरत देवांगन, मजीद खान, वीर सिंह, शिवा, नियाज खान, अजहर कुरैशी, कोमल ठाकुर, दीपक साहू आदि रक्तदान के साथ गरीब बच्चों के इलाज के लिए पहल करते हैं।

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