मामले की जानकारी के बाद लोहारा व ग्राम धनगांव के ग्रामीणों ने काली मंदिर को घेर लिया। पुलिस पर मंदिर में गहना चोरी मामले में पूछताछ के नाम पर युवक को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बताया कि जिस युवक ने आत्महत्या की, वह सरल स्वभाव का था। ग्रामीणों ने उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
घटना के बाद भीड़ एवं पुलिस जवानों के बीच घटना स्थल पर ही झूमाझटकी हो गई। बाहर से आए सशस्त्र जवानों ने मोर्चा संभाला, तब स्थिति नियंत्रण में आई।
बड़ी संख्या में महिलाओं एवं पुरुषों ने युवक का शव लेकर ग्राम धनगांव जा रहे वाहन को रास्ते मे ही रोक लिया। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
दो दिन पूर्व ही मुख्य मार्ग स्थित प्राचीन मंदिर से अज्ञात चोर ने माता का श्रृंगार, जिसमें गले का हार, झुमका, फुल्ली शामिल था, चोरी कर ली थी। मामले में सेवा करने वाले युवक उचित राम व एक अन्य युवक मिश्रीलाल कोसमा से डौंडीलोहारा पुलिस पूछताछ कर रही थी। इसके बाद युवक ने मंदिर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक के मंदिर में ही आत्महत्या करने से तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
काली मंदिर में युवक के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में देर रात तक ग्रामीणों का हंगामा जारी रहा। मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। एक पंचायत प्रतिनिधि ने बताया कि ग्रामीणों ने ग्राम धनगांव की सरहद पर ही प्रशासन और शव वाहन को रोक दिया है। उन्हें गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन की तरफ से एडिशनल कलेक्टर एके बाजपेयी, एडिशनल एसपी डीआर पोर्ते, डौंडीलोहारा एसडीएम ऋषिकेश तिवारी, डीएसपी प्रशांत पैकरा सहित पुलिस दल ग्रामीणों को मनाने में लगा है। लेकिन ग्रामीण मंदिर ट्रस्ट के सभी सदस्यों व पुजारी को उपस्थित करने, मंदिर ट्रस्ट की ओर से मुआवजा देने व पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग करते रहे। ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे।