बर्ड फ्लू संक्रमित गांव में मुर्गियों को मारने पर ग्रामीणों ने किया जमकर हंगामा, 10 किमी. रेंज में मांस बेचने पर प्रतिबंध
बालोद जिले के ग्राम गिधाली में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद रविवार को ग्रामीणों ने जमकर हंगामा कर दिया। दरअसल वे अपने घर में पाले हुए देशी मुर्गियों और कबूतरों को दफन नहीं करना चाहते थे।

बालोद. जिले के ग्राम गिधाली में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद रविवार को ग्रामीणों ने जमकर हंगामा कर दिया। दरअसल वे अपने घर में पाले हुए देशी मुर्गियों और कबूतरों को दफन नहीं करना चाहते थे। जब पशु चिकित्सा विभाग की टीम नष्ट करने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। अपनी मुर्गियों व कबूतरों को दफनाने से मना कर दिया। लेकिन पशु चिकित्सा व पुलिस विभाग की टीम के समझाने के बाद ग्रामीण बड़ी मुश्किल से माने। फिर 30 मुर्गी पालकों के घर जाकर मुर्गियों को बाहर निकवा कर नष्ट किया गया।
दस हजार मुर्गियों को किया नष्ट
एक पोल्ट्री फार्म में 210 से अधिक मुर्गियों की मौत के बाद लिए गए सैम्पल में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद उस गांव से एक किमी की परिधि में आने वाली मुर्गियों को दफन किया जा रहा है। शनिवार को इस गांव के छत्तीसगढ़ पोल्ट्री फार्म के 10 हजार 500 मुर्गियों को मारकर दफनाया गया। रविवार को ग्राम गिधाली के 30 घरों में पाली गई मुर्गियों को मंगाया गया।
घोषित किया प्रतिबंधित क्षेत्र
सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी डीके सिहारे ने बताया कि इस गांव के 30 मुर्गी पालकों से 144 देशी मुर्गी व 32 कबूतर को दफनाया गया। वहीं ग्रामीणों को बर्ड फ्लू से बचने के लिए दिशानिर्देश भी दिए। गांव के एक किमी के दायरे को बर्ड फ्लू संक्रमण क्षेत्र व प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। इनके 10 किमी के दायरे में मांस, मटन, अंडा भी बेचना प्रतिबंधित किया गया है।
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