सोमवार को मामले पर क्या कार्रवाई हुई, इसका जवाब मांगने मीडिया ने गुंडरदेही एसडीएम प्रियंका वर्मा से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने पहले सरपंच एवं सचिव को नोटिस भेजने की बात कही। लापरवाह सरपंच, सचिव पर कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने अपर कलक्टर से बात करने को कहा। इसके बाद अपर कलक्टर एके वाजपेयी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास एसडीएम गुंडरदेही से जो रिपोर्ट आई है, उसमें मृतक के परिवार को आरबीसी 6-4 के तहत सहायता राशि दिलाने की बात कही गई है।
उन्होंने सरपंच एवं सचिव पर कार्रवाई के सवाल पर कहा कि सरपंच पर पुलिसिया कार्रवाई के लिए एसडीएम हैं और निष्कासन की कार्रवाई के लिए जनपद सीईओ है। अब जिला प्रशासन व जांच अधिकारियों की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठने लगा है।
ग्रामीणों की मानें तो सरपंच दूजराम चंद्राकर एवं सचिव भूपेश कुमार ने सोखता गड्ढा को लगभग 15 दिन पहले से खोदकर रखा था। गड्ढे के आसपास व ऊपर किसी भी प्रकार की सुरक्षा कवच नहीं रखी गई थी। वहीं उस सोखता गड्ढे में 1 सप्ताह पूर्व एक बालक गिर गया था। जिसे एक 6 साल का कुणाल नामक बच्चे ने खींचकर बाहर निकाला था। उसके बाद 8 जुलाई को यह दूसरी घटना हो गई और एक गरीब परिवार के वेदांत यादव की उस सोखता गड्ढा में मौत हो गई।
गुंडरदेही एसडीएम प्रियंका वर्मा ने कहा कि हमने अपनी ओर से सरपंच एवं सचिव को नोटिस भेजा है। कार्रवाई की अधिक जानकारी के लिए अपर कलक्टर से बात कर लीजिए।
बालोद अपर कलक्टर एके वाजपेयी ने कहा हमारे पास जो रिपोर्ट आई है, उसमें आरबीसी 6-4 के तहत मृतक परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने कहा गया है। सरपंच पर कार्रवाई के लिए एसडीएम व जनपद सीईओ बाध्य हैं।