अन्य लोगों की नजरे सुमन तक नहीं
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नाले में नहा रहे अन्य लोगों की नजरे सुमन तक नहीं गयी थी, परंतु सूरज ने बच्ची को पानी में डूबता हुआ देख लिया था। बच्ची को डूबता हुआ देखकर सूरज ने अपनी जान की भी परवाह नहीं की तथा नाले में कूदकर सुमन को नया जीवन प्रदान किया।