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बलोदा बाज़ार

बांग्लादेश की जेल से छुड़ाया गया छत्तीसगढ़ के युवक को, खुशी से परिजनों के आखों से छलक पड़े आंसू

बांग्लादेश की जेल से छुड़ाए गए ग्राम भरसेला के युवक युवराज को लेकर शुक्रवार को जिले से गई प्रशासनिक टीम भाटापारा पहुंची।

बलोदा बाज़ारNov 09, 2019 / 03:58 pm

Bhawna Chaudhary

बांग्लादेश की जेल से छुड़ाया गया छत्तीसगढ़ के युवक को, खुशी से परिजनों के आखों से छलक पड़े आंसू

बांग्लादेश की जेल से छुड़ाया गया छत्तीसगढ़ के युवक को, खुशी से परिजनों के आखों से छलक पड़े आंसू

भाटापारा. बांग्लादेश की जेल से छुड़ाए गए ग्राम भरसेला के युवक युवराज को लेकर शुक्रवार को जिले से गई प्रशासनिक टीम भाटापारा पहुंची। युवक से मिलकर खुशी से परिजनों के के आंसू छलक पड़े।

उल्लेखनीय है कि युवराज के बांग्लादेश की जेल में बंद होने की जानकारी को कलेक्टर कार्तिकेया गोयल और एसपी नीतू कमल ने गंभीरता से लिया और उन्हें वापस लाने के लिए कार्यपालिक दण्डाधिकारी मयंक अग्रवाल के नेतृत्व में टीम बनाई। मामला अंतरराष्ट्रीय होने के कारण काफी जांच और पत्र व्यवहार किया गया। प्रशासन के प्रयास को अंतत: सफलता मिली और युवराज को वापस छुड़ा लिया गया।

मिली जानकारी के अनुसार थाना भाटापारा ग्रामीण में राजाढार निवासी ममता बाई डहरिया ने 7 जुलाई 2018 को अपने पति युवराज डहरिया (26) के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ममता अपने मायके राजाढार में बच्चों के साथ अलग रहती है, जबकि पति भरसेला में रहता था। युवराज सोसाइटी से चावल लेकर भरसेला से राजाढार आए थे। लेकिन दिमाकी हालत ठीक नहीं होने की वजह से दो दिन बाद भी वह वापस भरसेला नहीं पहुंचा। इस पर पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरू की।

गुम इंसान पतासाजी के दौरान पता चला कि युवराज डहरिया बांग्लादेश के कुरीग्राम जेल में बंद हैं। प्रकरण को पुलिस अधीक्षक नीतू कमल ने गंभीरता से लेते हुए युवराज डहरिया की सकुशल देश वापसी के लिए बांग्लादेश एम्बेसी से तत्काल संपर्क कर पत्राचार प्रारंभ करवाया। युवक के संबंध में सभी आवश्यक दस्तावेज पहचान पत्र आदि विवरण तत्काल बांग्लादेश एम्बेसी को उपलब्ध कराया गया।

बांग्लादेश एम्बेसी से युवराज डहरिया की देश वापसी से संबंधित संदेश मिलने पर तत्काल पुलिस व प्रशासन की एक टीम उसके पिता रामेश्वर डहरिया को लेकर बांग्लादेश चेक पोस्ट के लिए रवाना किया गया। मंगलवार (5 नवंबर 2019) को विधिवत प्रत्यर्पण प्रक्रिया के दौरान बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल ने युवराज डहरिया को चांगड़ाबांधा चेक पोस्ट पर भारत की सीमा सुरक्षा बल को सौंपा।

इसके बाद भारत बीएसएफ ने उसे चांगड़ाबांधा पुलिस के हवाले किया। फिर चांगड़ाबांधा पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंपा। पुलिस व प्रशासन की टीम में नायब तहसीलदार मयंक अग्रवाल, बाल संरक्षण अधिकारी प्रकाश दास, थाना प्रभारी भाटापारा ग्रामीण नरेश चौहान, आरक्षक भूपेश यादव शामिल थे।

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