जिले में वर्तमान में सब्जी के साथ ही साथ ग्रीष्मकालीन धान, गन्ना आदि की फसलें लगी है। टिड्डी हमला होने की स्थिति में फसलों के किसानों को भी बड़ा नुकसान होने की आशंका है। कृषि विभाग के उपसंचालक ने भी टिड्डी हमले की आशंका व्यक्त करते हुए किसानों को सचेत रहने के निर्देश दिए हैं।
उपसंचालक कृषि वी पी चौबे ने बताया कि टिड्डी का बड़ा दल 1 घंटे में कई एकड़ फसल खाकर चट कर सकता है। रास्ते का फसल खाते हुए टिड्डी आगे बढ़ती है। रात में खेत में रुक फसलों को खाती है। मादा रात में ही 500 से 1500 अंडे देकर सवेरे आगे बढ़ जाती है। टिड्डी के एक दल में लाखों की संख्या में किय होते हैं और रास्ते में आने वाले फसल वनस्पति और हरे पौधों को चट करते हुए आगे बढ़ते हैं।