खान महाघूसकांड के आरोपित मार्बल उद्यमी मोहम्मद शेर खान चित्तौडग़ढ़ के सावा का प्रमुख उद्यमी था। वह आलीशान तौर-तरीकों से जीता था। खान के आलीशान तमन्ना महल व सावा बाग को देखकर हर कोई दंग रह जाता था।
शेरखान ने सावा से कन्नौज मार्ग पर एक पहाड़ी पर बना महलनुमा आलीशान बंगला बनवाया। इस बंगले का नाम बीवी तमन्ना के नाम पर तमन्ना मंजिल रखा गया। यह महल जितना बाहर से आकर्षित करता है, उतना ही अंदर से भी खूबसूरत है।
इसके अलावा सावा में शेरखान का कई हेक्टेयर क्षेत्र में फैला ख्वाजा बाग है जो जिले समेत विभिन्न क्षेत्रों में भी मशहूर है। इसमें सैकड़ों फ लदार पेड़, फूल पौधे और पशु-पक्षी हैं। शेरखान ने घोड़े भी पाल रखे हैं।
इतना ही नहीं ख्वाजा बाग में 1990 के दशक में लगभग आधा दर्जन फि ल्मों की शूटिंग भी हुई थी। ख्वाजा बाग में पहले आमजन को भी घूमने की अनुमति थी, लेकिन कई साल पहले इसे आमजन के लिए बंद कर दिया गया।
कभी पिता की थी पंक्चर की दुकान
सावा के लोग बताते हैं कि शेरखान के पिता गुलबाज खान कस्बे में पंक्चर की दुकान लगाते थे। 45 साल पहले शेरखान ने खनन व्यवसाय में कदम रखते हुए साझेदारी में खानों से पत्थर निकालने का काम शुरू किया।
धीरे-धीरे रेड ऑकर चाइना क्ले समेत अन्य खनन कार्य के साथ उसकी दौलत भी उसी अनुपात में बढ़ती गई और वह सावा का नामी उद्यमी बन गया।