गुरुवार को पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी नितेश गौतम ने बताया कि ग्राम नीलकंठपुर निवासी 19 वर्षीय सुनीता सिंह पिता विद्यासागर 18 दिसंबर को घर से लापता हो गई थी। परिजन ने काफी खोजबीन के बाद 21 दिसंबर को रामचंद्रपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पुलिस युवती की खोजबीन में जुटी हुई थी, इसी बीच 31 दिसंबर को उसका शव नग्न अवस्था में उबका नदी बांध में मिला था। शव के पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई।
विवेचना के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतिका का गांव के ही युवक 19 वर्षीय रामदास यादव पिता राजकुमार से 2-3 वर्ष से प्रेम संबंध था। इसके बाद पुलिस ने रामदास को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बड़े भाई कैलाश के साथ मिलकर मृतिका की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया।
इसके बाद पुलिस ने दोनों भाइयों को धारा 302, 201 व एसटीएससी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कार्रवाई में रामचंद्रपुर थाना प्रभारी जय सिंह खुंटे, एसआई चंदन सिंह, प्रधान आरक्षक राम सिंह आर्मो व शिव डहरिया शामिल रहे।
18 दिसंबर की रात ही कर दी थी हत्या
पुलिस ने बताया कि आरोपी रामदास का मृतिका के साथ 2-3 वर्ष से प्रेम संबंध था। अभी कुछ महीने से मृतिका के परिजन उसकी शादी कहीं करने के लिए रिश्ता ढूंढ रहे थे लेकिन वह रामदास से ही शादी करना चाहती थी।
वो शादी के लिए लगातार रामदास पर दबाव बना रही थी और रामदास उससे छुटकारा पाना चाहता था। इसी वजह से उसने बड़े भाई कैलाश के साथ मिलकर 18 दिसंबर की रात मृतिका की गला घोंटकर हत्या कर दी थी।
पहचान छिपाने सिर के बाल काटे, कपड़े जलाए
मृतिका की हत्या करने के बाद आरोपी उसकी पहचान छिपाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने मृतिका के सिर के पूरे बाल काट दिए थे और उसके पूरे कपड़े को उतारकर जला दिया था। इसके बाद नग्न शव को बांध में फेंक दिया था। कटे हुए बाल व जले कपड़े पुलिस ने जंगल से बरामद किए थे।