बलरामपुर

भ्रष्टाचार की कहानी बयां करती 9.54 करोड़ की नई सडक़, बनते ही उखडऩे लगी, विधायक बोलीं- दिखवाती हूं

साढ़े 9 करोड़ की लागत से बन रही सडक़ की गुणवत्ता पर क्षेत्र के लोगों ने उठाए सवाल, अभी से ही उखडऩे लगी सडक़, घटिया सामग्री के उपयोग का आरोप

बलरामपुरApr 22, 2024 / 08:25 am

rampravesh vishwakarma

कुसमी. छत्तीसगढ़ में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी ब्लॉक में नाबार्ड से सहायता प्राप्त ग्रामीण अंघोसंरचना विकास राशि से मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ एवं विकास योजना के तहत स्वीकृत चांदो, चटनिया से सबाग सडक़ का निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। 9 करोड़ 54 लाख 41 हजार की लागत से बन रही सडक़ की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। माओवादियों का भय बताकर सुनियोजित तरीके से घटिया काम को विभागीय मिलीभगत से अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।दरअसल घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के चलते डामर की सडक़ उखडऩे लगी है। ग्रामीणों का मानना हैं कि यह सडक़ पहली बारिश भी झेल नहीं पाएगी। ऐसे में भ्रष्टाचार और गुणवत्ताविहीन सामग्री के इस्तेमाल से ग्रामीणों में ठेकेदार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।

ग्राम पंचायत सबाग सहित अन्य पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ एवं विकास योजना के तहत चल रहे सडक़ निर्माण के कार्य की गुणवत्ता में सुधार लाने ठेकेदार को कई बार कहा जा चुका है। इसके वावजूद निर्माण कार्य मनमानी पूर्वक चल रहा है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के साथ झारखंड सीमा से लगे रहने का फायदा उठाकर ठेकेदार घटिया कार्य कर रहे हैं।
इसका विरोध करने वाले ग्रामीणों को धमकाने के साथ ही झूठे मुकदमे में फंसाने की भी धमकी ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा दी जाती है। ग्रामीण इलाकों के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का सबाग में एक कार्यक्रम हुआ था। इसके बाद क्षेत्र में कई निर्माण कार्यों की स्वीकृति मिली थी। लेकिन ठेकेदारों की कार्यप्रणाली से शासन को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
वहीं निर्माण कार्य को प्रारम्भ करने से पहले ठेकेदार द्वारा आवागमन हेतु राहगीरों के लिए डायवर्सन नहीं बनाया गया है। इस रास्ते से गुजरने वाले कई ग्रामीणों ने बताया कि सडक़ निर्माण कर्ता द्वारा सडक़ को दोनों ओर से जाम कर आवाजाही बंद कर दी जाती है। इससे आवागमन को लेकर कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी है। कुछ दिन पूर्व ठेकेदार के कर्मचारी मारपीट करने उतारू हो गए थे।

बिना गिट्टी डाले ढलाई का आरोप

सडक़ में घटिया निर्माण कार्य एवं ठेकेदार द्वारा बिना डायवर्सन बनाए आवागमन बाधित कर कार्य करने से रास्ते से गुजरने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सडक़ किनारे बन रहे रिटर्निंग वॉल के कार्य में निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है।
निर्माण स्थल पर सब इंजीनियर भी उपस्थित नहीं रहते हैं। यहां कार्यरत मजदूरों ने बताया है की शुरू से बिना गिट्टी डाले ही ढलाई की जा रही है। ढलाई के लिए गिट्टी ठेकेदार द्वारा नहीं भेजा गया है। घटिया निर्माण कार्य संबंधित विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये को उजागर कर रहा हैं।

पेड़ों की भी की जा रही अवैध कटाई

निर्माण स्थल में अधिकारीयों की मॉनिटरिंग नहीं होने से ठेकेदार द्वारा बेखौफ होकर पास के जंगल के हरे-भरे सैकड़ों पेड़ों की कटाई कर सेंटरिंग कार्य में उपयोग किया जा रहा है। जबकि सेंटरिंग कार्य के लिए लोहे की पाइप या अन्य सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य किया जाना चाहिए। इस मामले में चांदो रेंजर अनमोल रतन ने कहा कि सेंटरिंग के लिए कोई परमिशन पेड़ों की कटाई के लिए नहीं दी गई है, ठेकेदार को बुलाया गया है।
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मजदूरी दर में भी कटौती

यहां कार्यरत मजदूर से पूछे जाने पर बताया गया कि उन्हें 300 रुपए के हाजिरी दर पर ठेकेदार द्वारा रखा गया है तथा उसने अपनी उम्र 17 वर्ष बताई गई है। सहायक श्रम पदाधिकारी भूपेंद्र नायक ने इस संबंध में बताया कि जोखिम भरे कार्य में 18 वर्ष आयु तक के मजदूरों को नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा कि मजदूरी दर 400 रुपए होना चाहिए। बहरहाल यह जांच का विषय हैं।

पल्ला झाड़ते नजर आए अधिकारी

इस मामले पर पर जब एमएमजीएसवाई के प्रभारी ईई झिलन कुर्रे से बात की गई तो उन्होंने निर्वाचन संबंधित प्रशिक्षण में व्यस्त होना बताया। एसडीओ राजेश कुजूर ने कहा अभी-अभी ही यहां आया हूं, पहले कोई और देखता था, सब इंजीनियर को भी अभी अटैच किए हैं, उससे जानकारी लेता हूं। वहीं सब-इंजीनियर उत्तम दिवाकर को कई बार कॉल किया गया, पर सम्पर्क नहीं हो सका।

विधायक ने कही ये बात

संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात कर गुणवत्ता में सुधार लाने की बात करेंगे। सडक़ निर्माण किए जाने के पूर्व डायवर्सन बनाकर निर्माण कार्य शुरू किया जाना चाहिए था। कौन ठेकेदार कार्य कर रहा हैं, इसकी जानकारी लेकर मैं ठेकेदार से बात कर डायवर्सन मार्ग बनाने को कहूंगी।
उद्धेश्वरी पैंकरा, विधायक, सामरी

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