आखिर हम बंधुआ मजदूर कब होंगे आजाद
बजाज पावर प्लांट में कार्यरत मजदूरों ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार।
आखिर हम बंधुआ मजदूर कब होंगे आजाद
ललितपुर. आज हमारे देशवासी आजादी की 72वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। मगर यह कह पाना बहुत मुश्किल है कि वास्तव में हम आजाद हो गये हैं। आज कई जगह संस्थान ऐसे भी हैं, जहां मजदूरों को अंग्रेजी शासन काल की तरह बंधक बनाकर बेरहमी के साथ मजदूरी कराई जाती है और अन्याय के खिलाफ उठने वाली आवाज को दवाने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी जाती। हाल ही में ऐसी ही बंधुआ मजदूरी करवाने जैसी संस्था बजाज पावर प्लांट के मजदूरों ने बगावत का बिगुल फूंका है।
थाना बार के अंतर्गत बुरागांव में कार्यरत बजाज पावर प्लांट के लगभग एक सैकड़ा मजदूरों ने कलेक्ट्रेट परिसर में काफी देर तक धरना-प्रदर्शन कर प्लांट के खिलाफ नारेबाजी की। मजदूरों ने अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर को एक ज्ञापन सौंपकर बजाज पावर प्लांट के अधिकारियों पर शोषण का आरोप लगाया है। मजदूरों का कहना था कि बजाज पावर प्लांट में मजदूरों को अंग्रेजी शासन की तरह प्रताडि़त कर काम कराया जाता है और पूरी मजदूरी मांगने पर धमकियां दी जाती हैं। जेल की बंदियों की तरह रखा जाता है व मनचाहे तरीके से काम करवाया जाता है। मजदूर से 8 घंटे काम करवाना होता है, मगर प्लांट के अधिकारियों द्वारा तानाशाही कर 12 से 18 घंटे काम करवाया जाता है और मजदूरी के नाम पर बहुत ही कम पैसा दिया जाता है।
ओवरटाइम का पैसा नहीं दिया जाता। पिछले 3 वर्षों से ऐसे ही काम करवाया जा रहा है। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि न तो उनका रजिस्ट्रेशन श्रम विभाग में कराया गया है और न ही उनके लिए सुरक्षा साधनों का इंतजाम किया गया है। उन्हें बीमा का लाभ भी प्राप्त नहीं है।
बताते चलें कि बजाज पावर प्लांट में काम पर तैनात कई मजदूरों की मौत हो चुकी है। मगर प्लांट के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा मरे हुए मजदूरों का पोस्टमार्टम भी मध्य प्रदेश के जनपद टीकमगढ़ से कराया जाता है जबकि उन्हें जनपद ललितपुर भेजा जाना चाहिए। मजदूरों को घायल दिखाकर टीकमगढ़ जनपद भेज दिया जाता है और वहीं उनका पोस्टमार्टम कराकर उनके घर भेज दिया जाता है। अपर जिला अधिकारी योगेंद्र बहादुर ने मजदूरों की बात सुनकर उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर उनका प्रदर्शन समाप्त करवाया।
इनका कहना है
इस मामले में जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम महरौनी और प्रोविशनल अधिकारी को पावर प्लांट जाकर जांच के आदेश दिए हैं, रिपोर्ट आने पर वाजिब कार्यवाही की जाएगी।
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