शारदीय नवरात्र के अष्टमी और नवमी को माँ के भगवती महागौरी व सिद्धिदात्री स्वरुप की पूजा अर्चना की जा रही है। शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में दर्शन पूजन के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी। देवीपाटन मंदिर महंत मिथिलेश नाथ योगी ने बताया कि शारदीय नवरात्र के आठवें दिन शक्ति की अधिष्ठात्री देवी जगदंबा के अष्टम स्वरूप में भगवती महागौरी के दर्शन पूजन की मान्यता है। भगवती अन्नपूर्णा के रूप में भी इनकी पूजा की जाती है। इनका पूजन दुर्गा अष्टमी के दिन किया जाता है। देवी पूर्णतया गौर वर्ण की है और उनके वस्त्र भी श्वेत है। देवी श्वेत वृषभ की पीठ पर विराजमान है।
जबकि शारदीय नवरात्र के नौंवे दिन भगवती दुर्गा के नवम स्वरूप सिद्धिदात्री का दर्शन पूजन किया जाता है इनकी आराधना से साधक कभी निर्धन नहीं रहता लेकिन इसके लिए कर्म महत्वपूर्ण है जिससे हर सिद्धि प्राप्त की जा सकती है। शारदीय नवरात्र समापन साधक के कार्यों में सिद्धि प्राप्त करने से होता है। मां सिद्धिदात्री महात्रिपुरसुंदरी के रूप में विद्यमान हैं।